रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस सेक्टर में भारत और चीन की तुलना ठीक नहीं है। इस सेक्टर को लेकर दोनों देशों के मामले में सबसे बड़ा अंतर एंड यूजर डिमांड को लेकर है। लीमैन ब्रदर्स के 2008 में दिवालिया होने के बाद जब भारत का रियल एस्टेट सेक्टर सुस्ती का शिकार था, तब भी यहां मांग में कमी नहीं थी। रियल एस्टेट सेक्टर में बुलबुले के दौर में भी निवेशक और एंड यूजर प्रॉपर्टी खरीद रहे थे
अपडेटेड Oct 22, 2023 पर 10:29