Real Estate Industry In India Overview: भारत तेजी से शहरीकरण हो रहा है और शहरीकरण की दर 2013 में 32% बढ़कर 2023 में 36% हो गई है। ये डेटा इस तरफ भी इशारा करता है कि रियल एस्टेट मार्केट उन शहरों की तरफ भी फोकस करने लगा है जहां डेवलपमेंट कैपेसिटी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कैसे बढ़ता शहरीकरण टियर-I शहरों में मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर पर पर दबाव डाल रहा है क्योंकि वे बढ़ती मांग को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत के उभरते हुए शहरों को लेकर आई रिपोर्ट
कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CREDAI) ने अपने नॉलेज पार्टनर कुशमैन एंड वेकफील्ड के साथ हाल ही में मिस्र में 21वें NATCON में "भारत के अगले 10 उभरते बाजार: वाणिज्यिक रियल एस्टेट के भविष्य के विकास के लिए इंजन" पर रिपोर्ट जारी की है। भारत में घरों की मांग में काफी बदलाव आया है। इन्हीं बदलाव के आधार पर तेजी से उभरते भारत भर के 17 शहरों की पहचान की गई है।
भारत के इन टॉप 10 उभरते हुए शहरों में भुवनेश्वर, कोयंबटूर, इंदौर, जयपुर, कोच्चि, लखनऊ, नागपुर, सूरत, तिरुवनंतपुरम विशाखापत्तनम को शामिल किया गया है। इनमें निकट भविष्य में विकास की सबसे अधिक संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार जबकि दिल्ली एनसीआर, मुंबई, बंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद प्रमुख 8 रियल एस्टेट बाजार बने हुए हैं। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि ये 10 टियर- II शहर जल्द भारत की ग्रोथ स्टोरी में और पावर एड करेंगे। इन शहरों का चुनाव जनसंख्या, इंफ्रास्ट्रक्चर, टैलेंट पूल, इनकम, रहने में आसान और घर का बजट में आने के आधार पर किया गया है।
बढ़ती आय और उपभोग का स्तर बढ़ने से टियर-II शहरों को रियल एस्टेट सेक्टर के लिए निवेश का बड़ा ऑप्शन बनाया है। जैसे-जैसे बड़े ग्रेड-ए मॉल और प्रमुख हाईस्ट्रीट डेवलप हो रहे हैं, भारत के टियर-II शहर प्रमुख सेंटर के तौर पर उभरने लगे हैं।