Rajasthan Election 2023: वसुंधरा राजे और उनकी टीम की अनदेखी से नाराज BJP नेताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में 7 मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार बनाने के BJP के 'साहसिक' कदम ने पार्टी के कई नेताओं को नाराज कर दिया है, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के कुछ वफादार भी शामिल हैं। 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट की घोषणा के एक दिन बाद टिकट नहीं मिलने से निराश कुछ नेताओं या उनके समर्थकों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कुछ नेताओं के असंतोष को देखते हुए बीजेपी ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है

अपडेटेड Oct 11, 2023 पर 11:19 AM
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Rajasthan Assembly Election 2023: नाराज नेताओं ने BJP मुख्यालय में प्रदर्शन किया

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में 7 मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार बनाने के BJP के 'साहसिक' कदम ने पार्टी के कई नेताओं को नाराज कर दिया है, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje Scindia) के कुछ वफादार भी शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा राजस्थान चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट की घोषणा के एक दिन बाद टिकट नहीं मिलने से निराश कुछ नेताओं या उनके समर्थकों ने मंगलवार को पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक नेता के समर्थकों ने पार्टी के झंडे जला दिए।

नाराज नेताओं ने जयपुर में मुख्यालय में प्रदर्शन किया। इसके अलावा जिन 41 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सोमवार को पार्टी ने अपने उम्मीदावारों की घोषणा थी, उनमें से भी कुछ क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन किया गया। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने विधानसभा चुनाव से खुद को अलग कर लिया।

BJP ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अपने 41 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट सोमवार को जारी की, जिसमें 7 मौजूदा सांसदों के नाम भी हैं। इनमें से 6 लोकसभा के, जबकि 1 राज्यसभा का सदस्य है। हालांकि, पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे का नाम नहीं है। इतना ही नहीं राजे के वफादार राजपाल सिंह शेखावत और नरपत सिंह राजवी भी लिस्ट से बाहर हो गए हैं।


11 सदस्यीय समिति का गठन

पार्टी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि कुछ नेताओं के असंतोष को देखते हुए बीजेपी ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है। झोटवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व बीजेपी विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थकों ने इस सीट से बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की उम्मीदवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। करीब तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया गया।

शेखावत के समर्थकों ने निर्वाचन क्षेत्र को बचाने के लिए "पैराशूट" उम्मीदवार को हटाने की मांग करते हुए नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पूर्व मंत्री शेखावत को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार देर रात उनसे मुलाकात की थी। शेखावत ने राजे से मुलाकात के बाद कहा कि 41 उम्मीदवारों की लिस्ट में 10 बागी हैं।

राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और पार्टी नेता ओंकार सिंह लखावत ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से बात की। टिकट नहीं मिलने के बाद बीजेपी नेता मुकेश गोयल ने कहा कि पार्टी को कोटपूतली में भारी हार का सामना करना पड़ेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में गोयल कोटपूतली विधानसभा सीट चुनाव लड़े थे, लेकिन वह जीत दर्ज नहीं कर पाए। इस सीट से हंसराज पटेल की उम्मीदवारी के खिलाफ गोयल के समर्थकों ने पार्टी के झंडे जलाए।

अनिता सिंह की बीजेपी को धमकी

भरतपुर के नगर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहीं अनिता सिंह ने टिकट नहीं मिलने के बावजूद चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "क्या मान कर मुझे BJP ने अपने से दूर किया है। ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जिसकी जमानत जब्त होगी।" सिंह भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे की बताई जाती हैं। BJP ने इस सीट से जवाहर सिंह बेडम को मैदान में उतारा है। बेडम ने 2018 में कामां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, वह हार गए थे।

इसी तरह पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने भी बीजेपी की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की लिस्ट के खिलाफ बगावत तेवर दिखा दिए हैं। उन्हें बानसूर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने की उम्मीद की थी, लेकिन बीजेपी ने यहां से देवी सिंह शेखावत को टिकट दिया है। पिछले विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले विकास चौधरी का नाम भी इस लिस्ट में नहीं है।

कई अन्य नेता नाराज

भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा है। पार्टी की लिस्ट जारी होने के बाद चौधरी ने सोशल मीडिया मंच X पर लिखा, "मैंने ईमानदारी से मेहनत की थी।" चौधरी ने मंगलवार को किशनगढ़ में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता-जनार्दन का आदेश सर्वमान्य है, वे उसी के अनुसार चलेंगे।

देवली-उनियारा (टोंक) में स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय बैसला की उम्मीदवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि इस सीट से बाहरी व्यक्ति को टिकट दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय उम्मीदवार की महत्ता पर जोर देते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाने की वकालत की।

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अलवर के तिजारा में पूर्व विधायक मामन सिंह यादव और उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। यादव ने कहा कि अगर उनके समर्थक उनसे कहेंगे तो वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने अलवर से सांसद बाबा बालक नाथ को तिजारा सीट से मैदान में उतारा है।

हालांकि, विद्याधर नगर विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी ने उनकी जगह पूर्व राजपरिवार की सदस्य और राजसमंद से सांसद दीया कुमारी को इस सीट पर उतारा है। पांच बार विधायक रहे राजवी पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं।

Akhilesh

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First Published: Oct 11, 2023 11:19 AM

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