इसके लिए कोयला घोटाला, फिर शराब घोटाला और अब महादेव सट्टेबाजी ऐप के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी की मैराथन छापेमारी का हवाला दिया है। महादेव ऐप के संबंध में, आरोप ये है कि महादेव बेटिंग ऐप प्रमोटरों से उन्हें 508 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ मिला है। छापेमारी के बाद, एजेंसी ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में "सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) से जुड़े उच्च पदस्थ अधिकारियों" को अवैध गेमिंग ऐप को राज्य में अपना संचालन चलाने की अनुमति देने के लिए रिश्वत मिली थी
अपडेटेड Nov 15, 2023 पर 07:47