PM Kisan Yojana: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं, जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। अब तक 14 किश्तों में पैसे जारी किए जा चुके हैं। जबकि 15वीं किश्त का किसान बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने पराली जलाने से किसानों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। सूबे के गाजीपुर जिले के कृषि विभाग ने पराली जलाने वाले किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि रोकने का फैसला किया है।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। ये पैसे किसानों को किश्तों में जारी किए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये मिलते हैं। केंद्र सरकार की ओर से साल में तीन किश्तें जारी की जाती है। हर एक किश्त में 4 महीने में जारी की जाती है।
पराली जलाने पर लग सकता है भारी जुर्माना
दरअसल, खेतों में पराली जलाना गैरकानूनी है। ऐसा करने वाले किसानों पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। शासन की ओर से खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। कृषि विभाग के मुताबिक 2 एकड़ या उससे कम के क्षेत्रफल वाले किसानों को खेतों में पराली जलाने पर 2500 रुपये जुर्माना लग सकता है। वहीं 2 से 5 एकड़ भूमि वाले किसानों को पराली जलाते पकड़े जाने पर 5000 रुपये जुर्माना लगाया जा सकता है। 5 से अधिक एकड़ क्षेत्रफल वाले किसानों पर 15,000 रुपये जुर्माना लगा सकता है।
इन किसानों को नहीं मिलता है फायदा
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, आर्किटेक्ट्स और वकील जैसे प्रोफेशनल्स को इस योजना का लाभ नहीं मिलता है। भले ही वो किसानी भी करते हों। इसके साथ ही 10,000 रुपये से अधिक की मासिक पेंशन पाने वाले रिटायर्ट कर्मचारियों को भी इसका फायदा नहीं मिलता है।
इतना ही नहीं के पति-पत्नि दोनों पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ (PM Kisan Benefits) नहीं उठा सकते हैं। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे फर्जी करार देते हुए सरकार उससे रिकवरी करती है। इसके अलावा किसान परिवार में कोई टैक्स देता है तो इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यानी पति या पत्नी में से कोई पिछले साल इनकम टैक्स भरा है तो उन्हें इस योजाना का लाभ नहीं मिलेगा।