PM Kisan Yojana: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। इस योजना के जरिए अब तक किसानों को 14 किश्तों में फायदा मिल चुका है। देश के करोड़ों किसान 15वीं किश्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कहा है जा रहा है कि 15वीं किश्त में लाभार्थी किसानों की संख्या में बड़ी गिरावट आ सकती है।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। ये पैसे किसानों को किश्तों में जारी किए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये मिलते हैं। हर 4 महीने में एक किश्त जारी की जाती है।
15वीं किश्त में घट सकती है किसानों की संख्या
दरअसल, कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि भूलेखों के सत्यापन के दौरान हर किश्त से पहले कई किसान लाभार्थी लिस्ट से बाहर हुए हैं। ऐसी स्थिति में इस बार भी संख्या कम हो सकती है। वहीं बहुत से किसानों ने अबी तक e-KYC नहीं कराई है। लिहाजा ऐसी स्थिति में इन किसानों को 15वीं किश्त का फायदा मिलना मुश्किल हो सकता है। अगर आप पीएम किसान की अगली किश्तों का फायदा उठाना चाहते हैं तो e-KYC की प्रकिया पूरी होनी जरूरी है। किसान अपने नजदीकी सीएससी सेंटर में जाकर या पीएम किसान पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। ऐसा नहीं करने पर पीएम किसान योजना का फायदा नहीं उठा पाएंगे।
पीएम किसान योजना का फायदा उठाने के लिए ये काम हैं बेहद जरूरी
अगर आपको भी पीएम किसान योजना का फायदा मिल रहा था। इसके बाद लिस्ट से नाम कट गया है तो यहां बताई गई बातों पर ध्यान दें। किसानों को सबसे पहले e-KYC कराना बहुत जरूरी है। पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर किसान OTP के जरिए e-KYC कर सकते हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर यह काम कर सकते हैं। वहीं हाल ही में सरकार ने e-KYC के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इसके जरिए भी किसान घर बैठे e-KYC कर सकते हैं।
पीएम किसान के लिए जमीन का सत्यापन
पीएम किसान के लाभार्थी किसानों के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन होनी चाहिए। किसान जमीन का मालिक है, इसके लिए उसे पीएम किसान की वेबसाइट पर अपनी जमीन की कागज अपलोड करना होगा। ताकि यह साबित हो सके कि लाभार्थी किसान जमीन का मालिक है। कागजों की जांच के बाद कृषि विभाग के अधिकारी किसान की जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेंगे।
NPCI से अकाउंट जुड़ा होना जरूरी
किसानों का बैंक अकाउंट भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) से भी जुड़ा होना चाहिए। अगर यह लिंक नहीं है तो 14 वीं किश्त के पैसे मिलना मुश्किल हो सकता है।
आधार से बैंक अकाउंट लिंक होना जरूरी
पीएम किसान योजना की 14वीं किश्त का फायदा सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा। जिनका अकाउंट आधार से लिंक होंगे। आधार से अकाउंट के लिंक होने पर किसानों की सही डिटेल सरकार के पास पहुंच जाती है। इस प्रक्रिया को पूरा करने से सरकारी सब्सिडी का पैसा भी समय से अकाउंट में आने लगता है।