PM Kisan Yojana: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। इस योजना के तहत हर साल किसानों को 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। इस योजना में शामिल अपात्र किसानों को सरकार हर किश्त में बाहर का रास्ता दिखा रही है। पिछले कई किश्तों में लाभार्थी लिस्ट में किसानों की संख्या में गिरावट आई है।
यह गिरावट आने के दूसरे अन्य कारण भी बताये जा रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन सालों में पंजाब में पीएम किसान योजना के तहत वित्तीय सहायता पाने वाले किसानों की संख्या में 63 फीसदी की भारी गिरावट आई है। केंद्र सरकार की यह योजना साल 2019 में शुरू की गई थी। अभी तक 14 किश्तों में किसानों को फायदा मिल चुका है।
पीएम किसान में क्यों कम हो रहे हैं लाभार्थी किसान?
लाभार्थियों की संख्या घटने के पीछे का कारण योजना के तहत तय नियमों का पालन नहीं करना बताया जा रहा है। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि बहुत से किसानों ने अभी तक e-KYC नहीं कराई है। साल 2022 की शुरुआत में पंजाब में 5,41,512 किसानों को योजना से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वे योजना में तय मानदंडों के अनुसार शर्तों को पूरा नहीं कर पाए। इसके अलावा बहुत से किसानों के अनपढ़ होने के कारण भी वे कंप्यूटर पर सरकार की तरफ से मांगी गई जानकारी अपलोड नहीं कर पाते हैं। लिहाजा उन्हें योजना का फायदा उठाने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।म
पीएम किसान योजना का फायदा उठाने के लिए ये काम हैं बेहद जरूरी
अगर आपको भी पीएम किसान योजना का फायदा मिल रहा था। इसके बाद लिस्ट से नाम कट गया है तो यहां बताई गई बातों पर ध्यान दें। किसानों को सबसे पहले e-KYC कराना बहुत जरूरी है। पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर किसान OTP के जरिए e-KYC कर सकते हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर यह काम कर सकते हैं। वहीं हाल ही में सरकार ने e-KYC के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इसके जरिए भी किसान घर बैठे e-KYC कर सकते हैं।
पीएम किसान के लिए जमीन का सत्यापन
पीएम किसान के लाभार्थी किसानों के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन होनी चाहिए। किसान जमीन का मालिक है, इसके लिए उसे पीएम किसान की वेबसाइट पर अपनी जमीन की कागज अपलोड करना होगा। ताकि यह साबित हो सके कि लाभार्थी किसान जमीन का मालिक है। कागजों की जांच के बाद कृषि विभाग के अधिकारी किसान की जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेंगे।
NPCI से अकाउंट जुड़ा होना जरूरी
किसानों का बैंक अकाउंट भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) से भी जुड़ा होना चाहिए। अगर यह लिंक नहीं है तो 14 वीं किश्त के पैसे मिलना मुश्किल हो सकता है।
आधार से बैंक अकाउंट लिंक होना जरूरी
पीएम किसान योजना की 14वीं किश्त का फायदा सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा। जिनका अकाउंट आधार से लिंक होंगे। आधार से अकाउंट के लिंक होने पर किसानों की सही डिटेल सरकार के पास पहुंच जाती है। इस प्रक्रिया को पूरा करने से सरकारी सब्सिडी का पैसा भी समय से अकाउंट में आने लगता है।