Paytm Crisis: अगर आपका फास्टैग (FASTag) पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) से जुड़ा है तो टोल प्लाजा पर दिक्कत हो सकती है। इसकी वजह ये है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इसे फास्टैग सर्विस के लिए अधिकृत 30 बैंकों की सूची से बाहर कर दिया है। NHAI ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि कंपनी नियमों के उल्लंघन से जुड़े मामले में नियामकीय कार्रवाई का सामना कर रही है। RBI ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई की थी जिसके तहत 29 फरवरी के बाद यह नए डिपॉजिट्स नहीं सकेगा और न ही क्रेडिट ट्रांजैक्शंस हो सकेगा।
FASTag Services के लिए इन बैंकों को मंजूरी
NHAI ने फास्टैग सर्विसेज के लिए जिन बैंकों को मंजूरी दी है, उनमें एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक, कॉस्मोस बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक और फेडरल बैंक शामिल हैं। इसके अलावा ऑथराइज्ड बैंकों की सूची में फिनो पेमेंट्स बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, IDBI बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, J&K बैंक, कर्नाटक बैंक, करूर वैश्य बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, नागपुर नागरिक सहकारी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सारस्वत बैंक भी शामिल हैं। इसके अलावा लिस्ट में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), त्रिशूर जिला सहकारी बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक भी हैं।
फास्टैग एक एक डिवाइस है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटीफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी के जरिए स्पीड में चल रही गाड़ियों से सीधे खाते से टोल पेमेंट्स वसूल कर लेती है। फास्टैग (RFID टैग) चिप गाड़ी में आगे के शीशे पर लगाया जाता है। इससे एक अकाउंट जुड़ा होता है जिससे टोल के पैसे सीधे खाते से कट जाते हैं। देश के सभी नेशनल हाईवेज और 100 से अधिक स्टेट हाईवेज पर 750 से अधिक टोल प्लाजा लगे हुए हैं। NHAI फास्टैग को इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी मैनेज करती है।