Business Idea: आज कल के इस अर्थयुग में अगर आप कम पैसे लगाकर बंपर कमाई करना चाहते हैं तो हम आपको एक बेहतर बिजनेस आइडिया दे रहे हैं। यह ऐसा बिजनेस है, जिसमें लागत शून्य कमाई बंपर है। लेकिन इसके लिए आपको धैर्य की जरूरत होगी। हम बात कर रहे हैं गुच्छी मशरूम (Gucchi Mushroom) की सब्जी के बारे में। इसे पहाड़ी मशरूम के नाम से भी जाना जाता है। वैसे भी मशरूम की खेती देश के किसानों के बीच लोकप्रिय है। गुच्छी मशरूम की देश की सबसे महंगी सब्जियों की लिस्ट में शामिल है। गुच्छी स्वाद में बेजोड़, विटामिन और औषधीय गुणों से भरपूर है।
दरअसल गुच्छी एक पहाड़ी सब्जी है। यह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, शिमला, मनाली जैसे इलाकों के जंगलों में कुदरती उगती है। इसके अलावा उत्तराखंड और कश्मीर के कुछ इलाकों में पाई जाती है। यह फूलों और बीच से भरे गुच्छों की सब्जी है। इसे सुखाकर सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। पहाड़ी लोग इस सब्जी को टटमोर या डुंघरू भी कहते हैं। भारत के प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ चरकसंहिता में इसे सर्पच्छत्रक कहा गया है।
गुच्छी मशरूम की सब्जी की कीमत मामूली नहीं है। यह 30,000 रुपये किलो तक बिकती है। यह जंगलों में कुदरती रूप से उगती है। हालांकि जगलों में इसे खोजने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। ज्यादातर स्थानीय लोग ही इसे खोज पाते हैं। इसमें विटामिन-B, विटामिन-C, और अमीनो एसिड पाया जाता है। गुच्छी मशरूम में चमत्कारी और औषधीय गुण मौजूद होते हैं। हार्ट के रोगियों के लिए यह संजीवनी माना गया है। पहाड़ों के ऊपरी इलाकों मे यह फरवरी से अप्रैल माह तक ही उगती है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुच्छी सब्जी के बारे में बताया था। उनका कहना था कि गुच्छी की सब्जी उन्हें काफी पसंद है। अपने स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जब वो गुजरात के सीएम थे। तब इस सब्जी को खाते थे। लेकिन इसे कभी-कभी ही खाते थे।
गुच्छी मशरूम की भारी डिमांड
गुच्छी मशरूम का वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा (Marcula Esculenta) है। भारत में इसकी डिमांड काफी ज्यादा है। इसके साथ ही अमेरिका, यूरोप, फ्रांस, इटली और स्विटजरलैंड में भी इस मशरूम की काफी मांग रहती है। इसे अच्छे से सुखाने के बाद फिर मार्केट में उतारा जाता है।