डॉमेस्टिक पैसेंजर व्हीकल इंडस्ट्री की ग्रोथ अगले वित्त वर्ष 2024-25 में घटकर 5 प्रतिशत से भी नीचे आ सकती है। टाटा मोटर्स (Tata Motors) पैसेंजर व्हीकल्स के मैनेजिंग डायरेक्ट शैलेश चंद्रा ने यह बात कही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी को भरोसा है कि देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की धीमी गति के बावजूद इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) की बिक्री बढ़ेगी। चंद्रा ने एक एनालिस्ट कॉल में कहा, ‘हमने वित्त वर्ष 2022-23 में 25 प्रतिशत की बहुत मजबूत वृद्धि दर्ज की थी, इसके 2023-24 में घटकर 8 प्रतिशत पर आने का अनुमान है। ग्रोथ, हाई बेस इफेक्ट की वजह से इस स्तर पर आएगी। वित्त वर्ष 2024-25 कुछ अधिक चुनौतीपूर्ण होगा और ग्रोथ घटकर 5 प्रतिशत से कम रह जाएगी।’
चंद्रा ने कहा कि पिछली तिमाही से कमोडिटी कीमतें स्थिर हैं। ऐसे में आगे चलकर कुछ चीजों के दामों के बढ़ जाने का जोखिम है। इसलिए हमारी इस पर करीब से नजर है। उन्होंने आगे कहा, ‘जहां तक ईवी का सवाल है, मुझे लगता है कि सबसे बड़ी चुनौती चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। जिस तेजी से ईवी को अपनाया जा रहा है, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उतनी तेजी से नहीं बढ़ पा रहा है।’
2023 में कितनी तेजी से बढ़ी EV की बिक्री
चंद्रा ने बताया कि 2023 में जहां पूरी पैसेंजर व्हीकल इंडस्ट्री 8 प्रतिशत की दर से बढ़ी, वहीं ईवी की बिक्री में 95 से 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उनका मानना है कि यह ट्रेंड जारी रहेगा। इसलिए सीएनजी और ईवी में मजबूत पोर्टफोलियो वाली कंपनियां ग्रो करेंगी। उन्होंने बताया कि टाटा मोटर्स ने ईवी के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने के लिए सहयोग की एक मुक्त रणनीति अपनाई है। यह देखते हुए कि ईवी बाजार के विस्तार के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है, कंपनी चार्जिंग इंफ्रा के विस्तार पर फोकस कर रहे सभी चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स और पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों के साथ एक ओपन कोलेबोरेशन अप्रोच को अपना रही है।
उन्होंने कहा कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अपने एक्सक्लूसिव सेल्स नेटवर्क का विस्तार करेगी। फिलहाल कंपनी के गुरुग्राम में ऐसे दो आउटलेट हैं। कंपनी का मानना है कि अगले 18 माह में हाई सेलिंग वाले शहरों में टाटा मोटर्स के ऐसे एक्सक्लूसिव चैनल होंगे।