Price Hike Alert: Tata Motors की गाड़ियां खरीदने की योजना बना रहे हैं तो अभी खरीद लें क्योंकि नए साल में जेब अधिक ढीली हो सकती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक अगले साल से उत्सर्जन से जुड़े कड़े नियम लागू होने वाले हैं जिसके हिसाब से कीमतों को एडजस्ट किया जाएगा। इसके चलते प्राइस में बढ़ोतरी हो सकती है। उत्सर्जन से जुड़े कठोर नियम अगले साल 1 अप्रैल 2023 से लागू होने हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में टाटा मोटर्स के एमडी (पैसेंजर व्हीकल्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) शैलेश चंद्रा ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी से कमोडिटी की बढ़ी हुई लागत का भी असर कम किया जा सकेगा। इस साल ज्यादातर समय कमोडिटी के भाव में तेजी रही।
इन कारणों से कीमतों पर दिखेगा असर
चंद्रा के मुताबिक अगले साल से होने वाले नियामकीय बदलाव के चलते लागत पर असर दिखेगा। कमोडिटी प्राइस के हिसाब से भी गाड़ियों की कीमत को एडजस्ट किया जाएगा। चंद्रा का कहना है कि बैटरी की कीमतें भी बढ़ गयी हैं और अभी तक इसका बोझ बाजार पर नहीं डाला गया है। इन सब बातों तो देखते हुए गाड़ियों की कीमतों को कंपनी बढ़ा सकती है। टाटा मोटर्स घरेलू बाजार में पंच, नेक्सन, हैरियर और सफारी जैसे कई मॉडल बेचती है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल सेग्मेंट में यह टियागो ईवी और नेक्सन ईवी की बिक्री करती है।
अप्रैल से क्या होगा नियामकीय बदलाव
अगले साल 1 अप्रैल 2023 से कंपनियों को गाड़ियों में सेल्फ-डायग्नोस्टिक डिवाइस लगाना होगा जो रीयल टाइम ड्राइविंग में उत्सर्जन के स्तर की जांच करेगी। यह डिवाइस हर समय कैटेलिटिक कंवर्टर और ऑक्सीजन सेंसर जैसे अहम पार्ट्स पर नजर रखेगी कि ये मानकों के हिसाब से उत्सर्जन कर रहे हैं या नहीं। अगर उत्सर्जन मानक से अधिक हुआ तो यह वार्निंग लाइट के जरिए संकेत देगा कि इसकी सर्विसिंग का समय हो गया है।
इसके अलावा गाड़ियों में प्रोग्राम किया हुआ फ्यूल इंजेक्टर लगाना होगा जो पेट्रोल इंजन में तेल सप्लाई करने के समय और मात्रा पर नियंत्रण रखेगा। गाड़ियों में जो सेमीकंडक्टर इस्तेमाल होता है, उसे अपग्रे़ड करना होगा ताकि यह इंजन के तापमान, गाड़ी से निकलने वाले धुएं में उत्सर्जकों की मात्रा को मापने इत्यादि पर नजर रख सके।