"अरे देखी ज़माने की यारी बिछड़े सभी, बारी बारी..." समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के ठीक पहले अखिलेश यादव को विपक्षी तो घेर ही रहे हैं, लेकिन दगाबाजी में अपने भी पीछे नहीं हैं। 2022 में जिन नेताओं और दलों को अखिलेश यादव ने जोड़ा था, वो एक-एक कर छोड़कर चले गए। यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि उनके सहयोगी उन्हें क्यों छोड़ रहे हैं? यही नहीं अपने भी मुश्किल क्यों खड़ी कर रहे हैं? समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने पार्टी नेताओं को खरी-खोटी सुनाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना त्याद पत्र भी प्रेस को जारी कर दिया।