Lok Sabha Elections 2024: 'अति पिछड़ा'... ये वोट बैंक राजनीतिक दलों की किस्मत बदल देता है। जिसके साथ जाता है, वौ राजनीति का सिरमौर बन जाता है। कभी अति पिछड़े चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) के साथ हुआ करते थे। समय बदला और ये मतदाता मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav) के साथ हो गया, तो कभी बीजेपी के साथ। राजनीति में जब बहुजन समाज पार्टी का उदय हुआ, तो अति पिछड़े मतदाताओं का एक हिस्सा BSP के साथ भी जाने लगा। लेकिन 2014 में जब नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भारत के प्रधानमंत्री पद का चेहरा बने, तब से अति पिछड़े पूरी तरह से उनके साथ हो गए हैं। विपक्षी दल इस बात के तमाम प्रयास कर चुके हैं कि किसी तरह पिछड़ा वोट उनके पाले में चला आए, खासतौर से अति पिछड़े, लेकिन अब तक कोई प्रयास सफल नहीं हो पाया है।