Get App

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में मायावती तैयार कर रही हैं अलग समीकरण, BSP अब ऐसे तय करेगी प्रत्याशी

Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेताओ को लगता है कि उनकी पार्टी चुनाव से बहुत पहले अपने पत्ते खोल देती थी, इसलिए विपक्षी सतर्क हो जाते थे। इसका विपरीत असर होता था और पार्टी की स्थिती कमजोर हो जाती थी। इसलिए BSP ने इस बार टिकट वितरण में कई बदलाव लाए। टिकट किसको मिलेगा इसकी भनक न लग पाए इसलिए लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी तक नियुक्त नहीं किए गए

Brijesh Shuklaअपडेटेड Feb 25, 2024 पर 3:25 PM
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में मायावती तैयार कर रही हैं अलग समीकरण, BSP अब ऐसे तय करेगी प्रत्याशी
Lok Sabha Election 2024: BSP में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले मजबूत प्रत्याशियों की तलाश हो रही है

Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची चुनाव से कई माह पहले जारी करती थी, लेकिन अभी तक BSP के एक भी प्रत्याशी का नाम सामने नहीं आया है। क्या BSP सुप्रीमो ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण की रणनीति पर बदलाव किया है। लेकिन चर्चा यह भी है कि चुनाव लड़ने वाले मजबूत प्रत्याशियों की तलाश हो रही है। पार्टी की लगातार हार के बाद BSP का वह रुतबा नहीं रह गया है, जो पहले हुआ करता था। मजबूत प्रत्याशियों का इंतजार हो रहा है। BSP समर्थक सूची के देर में जारी करने को रणनीति का हिस्सा बताते हैं।

BSP नेताओ को लगता है कि उनकी पार्टी चुनाव से बहुत पहले अपने पत्ते खोल देती थी, इसलिए विपक्षी सतर्क हो जाते थे। इसका विपरीत असर होता था और पार्टी की स्थिती कमजोर हो जाती थी। इसलिए BSP ने इस बार टिकट वितरण में कई बदलाव लाए। टिकट किसको मिलेगा इसकी भनक न लग पाए इसलिए लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी तक नियुक्त नहीं किए गए। यह माना जाता था की जिसे लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है वही मैदान में उतरेगा।

वेट एंड वॉच की मुद्रा मायावती

हमेशा चुनाव से कई महीने पहले ही टिकट बांट देने वाली मायावती इस बार वेट एंड वॉच की मुद्रा पर हैं। वह अपने विपक्षियों के टिकट पर नजर रखे हुए हैं। इसके बाद ही वह अपने टिकट घोषित करेगी। माना जा रहा है की मार्च के पहले सप्ताह में या उसके पहले से टिकट घोषित करना शुरू कर देंगी। वैसे फिलहाल कुछ सीटों में दो-दो प्रत्याशियों का पैनल बन गया है और विपक्षी दलों के प्रत्याशियों के आधार पर ही सारे जाति समीकरण साधे जाएंगे। BSP को लगता है की टिकट वितरण में उनके विपक्षी वही गलती करेंगे जो पिछले चुनाव में बसपा से हो जाती थी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें