Wipro Q3 results: देश की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) ने शुक्रवार 12 जनवरी को अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 12 फीसदी घटकर 2,694 करोड़ रुपये रहा। यह मुनाफा लगभग एनालिस्ट्स की ओर से जताए गए अनुमान के बराबर है। मनीकंट्रोल के पोल में एनालिस्ट्स ने दिसंबर तिमाही में विप्रो का मुनाफा 2,706 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। यह लगातार चौथी तिमाही है, जब विप्रो के शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई है।
विप्रो का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 4.4 फीसदी घटकर 22,205 करोड़ रुपये रहा। यह एनालिस्ट्स की ओर से जताए गए अनुमान 22,343 करोड़ रुपये कम है।
आईटी कंपनी ने अपने रेवेन्यू ग्रोथ के अनुमान में भी बदलाव किया है। कंपनी ने अब कहा कि उसका रेवेन्यू ग्रोथ -1.5 से 0.5 फीसदी के दायरे में रह सकता है। इससे पहले कंपनी ने अपना रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान घटाकर -3.5 फीसदी से -1.5 फीसदी के दायरे में कर दिया था।
आमतौर पर आईटी कंपनियों के लिए दिसंबर तिमाही कमजोर रहता है। इस तिमाही अमेरिका और यूरोप में काफी छुट्टियां रहती है, जो आईटी कंपनियों के रेवेन्यू का सबसे बड़ा स्रोत हैं। विप्रो के लिए रेवेन्यू में गिरावट के पीछे मुख्य वजह बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेक और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर में जारी कमजोरी रही। इसके अलावा कंसल्टेशन में कंपनी का हाई एक्सपोजर भी एक प्रमुख वजह रहा।
हालांकि एक दिन पहले 11 जनवरी को देश की 2 और दिग्गज कंपनियों- इंफोसिस और टीसीएस ने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए थे। दोनों के नतीजों के उम्मीदों से बेहतर रह थे।