कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय (MCA) टूव्हीलर मेकर हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp) और कार बनाने वाली एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) के खिलाफ जांच को तेजी से पूरा करने और जून तक खत्म करने की योजना बना रहा है। यह जांच दोनों कंपनियों की ओर से वित्तीय खातों और फंड डायवर्जन में विसंगतियों सहित कॉरपोरेट गवर्नेंस के उल्लंघनों को लेकर है। यह जानकारी एक सरकारी अधिकारी से पता चली है। अधिकारी ने मनीकंट्रोल को बताया कि वर्तमान में, फोकस हीरो मोटोकॉर्प और एमजी मोटर इंडिया पर है, जिन पर MCA की जांच चल रही है। MCA का लक्ष्य इसे अब से लगभग चार महीने में यानि कि जून तक पूरा करने का है।
MCA ने जून 2023 में फंड के कथित हेरफेर की जांच के लिए हीरो मोटोकॉर्प को लेकर जांच का आदेश दिया था। आयकर विभाग की जांच को अप्रूव करने के बाद यह कंपनी के ओनरशिप स्ट्रक्चर की भी जांच करेगा। मार्च 2022 में कर अधिकारियों ने कथित टैक्स चोरी के एक मामले में हीरो मोटोकॉर्प से जुड़े परिसरों की तलाशी ली थी।
हीरो मोटोकॉर्प के खिलाफ ED भी कर रही जांच
कंपनी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में भी है। 10 नवंबर को, ईडी ने कहा कि उसने मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के तहत Hero Motocorp के चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पवन कांत मुंजाल की 24.95 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
एमजी मोटर इंडिया MCA की जांच के दायरे में आने वाली 665 चीनी कंपनियों में से एक है। एमजी मोटर का मालिकाना हक आंशिक रूप से चीन की सरकारी कंपनी SAIC मोटर के पास है। MCA ऑडिट अनियमितताओं और अकाउंट बुक्स व संबंधित पार्टी लेनदेन में विसंगतियों को लेकर एमजी मोटर इंडिया की जांच कर रहा है।
2022 में कंपनी रजिस्ट्रार मामले की फाइंडिंग्स में कॉरपोरेट गवर्नेंस उल्लंघनों की बात सामने आने के बाद मंत्रालय एमजी मोटर इंडिया के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रहा है। सरकार ने कंपनी को एक नोटिस जारी किया, जिसमें वित्त वर्ष 2020 में उसके घाटे के पीछे के कारणों के बारे में पूछताछ की गई। 2020 भारत में एमजी मोटर के ऑपरेशंस का पहला वर्ष था। SAIC मोटर और भारतीय समूह JSW ग्रुप ने भारत में MG मोटर के विकास में तेजी लाने के लिए नवंबर 2023 में एक रणनीतिक साझेदारी की थी।