वित्त वर्ष 2023 में फिनटक कंपनी फोनपे (PhonePe) का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 77 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 2,914 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2022 में वॉलमार्ट के मालिकाना हक वाली इस कंपनी का रेवेन्यू 1,646 करोड़ रुपये था। डिजिटल पेमेंट सेगमेंट में विस्तार की वजह से कंपनी के रेवेन्यू में शानदार ग्रोथ देखने को मिली।
फोनपे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'स्मार्ट स्पीकर्स, रेंट पेमेंट्स और इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन जैसे नए प्रोडक्ट्स और बिजनेस लॉन्च होने की वजह से रेवेन्यू ग्रोथ में तेजी रही। उदाहरण के लिए, 31 अगस्त 2023 के मुताबिक कंपनी के स्मार्ट स्पीकर की संख्या बढ़कर 41 लाख हो गई है।' वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस बढ़कर 1,755 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 1,612 करोड़ रुपये था।
हालांकि, अगर एंप्लॉयी कॉस्ट को छोड़ दिया जाए, तो वित्त वर्ष 2023 में फोनपे ने प्रॉफिट के तौर पर 159 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया, जबकि वित्त वर्ष 2022 में कंपनी को 455 करोड़ का नुकसान हुआ था। फोनपे के बयान के मुताबिक, कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में कॉरपोरेट रीस्ट्रक्चरिंग और नए बिजनेस के लिए वन टाइम इंसेंटिव के तौर पर बड़े पैमाने पर ईसॉप्स दिए।
मार्च 2023 में फोनपे की यूपीआई टोटल पेमेंट्स वैल्यू (TPV) से जुड़ा मार्केट शेयर 50.54 पर्सेंट था। फोनपे की वैल्यूएशन 12 अरब डॉलर आंकी गई है। मई-जुलाई तिमाही में कंपनी ने पहली बार 5 अरब ट्रांजैक्शन की प्रोसेसिंग की। संबंधित अवधि के दौरान कंपनी की सालाना पेमेंट्स वॉल्यूम 1.15 लाख करोड़ डॉलर रही। वित्त वर्ष 2023 में इस फर्म को वॉलमार्ट के मालिकाना हक वाली कंपनी फ्लिपकार्ट से अलग कर दिया गय था। यह फिनटेक स्टार्टअप अब भारत में लिस्ट होने की तैयारी में है।