सितंबर 2023 तिमाही में डॉ. रेड्डीज लैब्स (Dr Reddy's Laboratories) का नेट प्रॉफिट अनुमान से बेहतर रहा। कंपनी की कैंसर दवा रेवलिमिड (Revlimid) के जेनरिक वर्जन की अमेरिका में जबरदस्त बिक्री के कारण मुनाफे में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली। सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 33 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1,482 करोड़ रुपये (17.8 करोड़ डॉलर) रहा। एनालिस्ट्स ने कंपनी का मुनाफा 1,269 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था।
संबंधित अवधि में प्रमुख ग्लोबल जेनरिक सेगमेंट में कंपनी का रेवेन्यू 9 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 69.03 अरब डॉलर रहा। इस दौरान कंपनी के नॉर्थ अमेरिका बिजनेस में 13 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। कंपनी के कुल बिजनेस में सबसे ज्यादा योगदान नॉर्थ अमेरिका का है। भारत और यूरोप में कंपनी की सेल्स मे क्रमश: 3 पर्सेंट और 26 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई।
हैदराबाद की कंपनी के पोर्टफोलियो में जेनरिक दवाएं, कॉम्प्लेक्स बायोसिमिलर्स और एक्टिव फार्मास्युटिकल इनग्रेडिएंट्स शामिल हैं। कंपनी ने पिछले साल लेनालिडोमाइड (Lenalidomide) कैप्सूल लॉन्च किया था, जो कैंसर की दवा रेवलिमिड (Revlimid) का जेनरिक वर्जन है। डॉ. रेड्डीज लैब्स, डॉ रेड्डीज की सब्सिडियरी कंपनी है। रेड्डीज लैब्स की प्रतिद्वंद्वी कंपनी सिप्ला (Cipla) ने भी 27 अक्टूबर को ही दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इस कंपनी के तिमाही नतीजे भी अनुमान से बेहतर रहे हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 27 अक्टूबर को डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज का शेयर 0.5 पर्सेंट की गिरावट के साथ 5,397.30 रुपये पर बंद हुआ।