सितंबर 2023 तिमाही में कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली कंपनी अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 182 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 561 करोड़ रुपये रहा। सेल्स में शानदार बढ़ोतरी से नेट प्रॉफिट में यह इजाफा देखने को मिला। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 199 करोड़ रुपये था।
तिमाही आधार पर कंपनी के नेट प्रॉफिट में 3 पर्सेंट की गिरावट रही। जून 2023 तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 576 करोड़ रुपये रहा था। सितंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 16.6 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 9,638 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में 8,266 करोड़ रुपये था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 9 नवंबर को अशोक लेलैंड का शेयर 1.81 पर्सेंट की गिरावट के साथ 170.40 रुपये पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में कंपनी का इबिट्डा 1,080 करोड़ रुपये रहा। संबंधित अवधि में कंपनी का नेट डेट 1,139 करोड़ रुपये था। अशोक लेलेंड के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने बताया, 'ट्रक और पैसेंजर व्हीकल्स के सभी सेगमेंट में मजबूत डिमांड बनी हुई है। हमारी इंडस्ट्री में मजबूत ग्रोथ का सिलसिला बना हुआ है और हमें पूरा भरोसा है कि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में और बेहतर ग्रोथ देखने को मिल सकती है।'
संबंधित अवधि में अशोक लेलैंड के डोमेस्टिक मीडियम एंड हेवी कमर्शियल व्हीकल्स सेगमेंट की वॉल्यूम सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 29,947 यूनिट्स रही। दुनिया भर में सामाजिक-राजनीतिक चुनौती के बावजूद सितंबर तिमाही में कंपनी की एक्सपोर्ट वॉल्यूम 4 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 2,901 यूनिट रही। अशोक लेलैंड ने एमडी और सीईओ शेनू अग्रवाल (Shenu Agarwal) ने बताया कि दूसरी छमाही में मांग बढ़ने के साथ-साथ कमोडिटी की कीमतो में भी गिरावट के आसार हैं, लिहाजा कंपनी के प्रॉफिट में सुधार देखने को मिल सकता है।