Sugar Production Down: चीनी उत्पादकों के लिए मार्केटिंग ईयर 2023-24 बहुत अच्छा नहीं रहा है। इस दौरान 15 फरवरी तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में शुगर प्रोडक्शन 2.48 फीसदी गिरकर 2.23 करोड़ टन पर आ गया है। यह डाटा शुगर इंडस्ट्री बॉडी ISMA ने जारी किया है।
एक साल पहले इस अवधि के दौरान देश में चीनी का उत्पादन 2.29 करोड़ टना था। शुगर मार्केटिंग ईयर अक्टूबर से लेकर सितंबर तक का माना जाता है। यही उसी तरह है जैसे फाइनेंशियल ईयर अप्रैल से लेकर मार्च तक का माना जाता है। भारतीय चीनी मिल संघ यानि ISMA के मुताबिक, मौजूदा मार्केटिंग ईयर में शुगर आउटपुट 10 फीसदी घटकर 3.30 करोड़ टन रह सकता है। जबकि पिछले साल यह 3.66 करोड़ टन था।
इन राज्यों में घटा प्रोडक्शन
इस मार्केटिंग ईयर के दौरान 15 फरवरी '24 तक महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में चीनी का उत्पादन घटा है।
दिलचस्प है कि इस दौरान उत्तर प्रदेश में चीना का उत्पादन बढ़ा है। यूपी देश का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है। और मौजूदा मार्केटिंग ईयर में अब तक यूपी में 67.7 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल की इसी तिमाही में चीनी का उत्पादन 61.2 लाख टन था।
देश में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन है?
देश में चीनी का सबसे ज्यादा उत्पादन महाराष्ट्र में होता है। इस मार्केटिंग ईयर में 15 फरवरी तक महाराष्ट्र में 79.4 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जो पिछले साल इसी अवधि में 85.9 लाख टन था।
उसी तरह, कर्नाटक में शुगर प्रोडक्शन भी 46 लाख से घटकर 43 लाख रहा। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक राज्य है।
इस मार्केटिंग वर्ष में गुजरात में 6,85,000 टन और तमिलनाडु में 4,50,000 टन तक शुगर उत्पादन हुआ। वर्तमान मार्केटिंग वर्ष के 15 फरवरी तक करीब 505 कारखाने काम कर रहे थे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 502 थे। महाराष्ट्र और कर्नाटक में लगभग 22 कारखानों ने कामकाज बंद किए हैं।