ईरान समर्थित ग्रुप द्वारा शिपिंग पर हमलों के बाद यमन (Yemen) में हौथी ठिकानों (Houthi targets) पर अमेरिका (US) और ब्रिटेन (Britain) द्वारा रात भर किये गये हवाई और समुद्री हमलों के बाद लाल सागर (Red Sea) से तेल टैंकरों की आवाजाही रुकने के कारण शुक्रवार को तेल के भाव में 1% से अधिक की वृद्धि हुई। दोपहर 12:11 बजे ब्रेंट क्रूड वायदा 90 सेंट या 1.13% बढ़कर 78.31 डॉलर प्रति बैरल पर था। सत्र के दौरान भाव 3 से बढ़कर 80 डॉलर से अधिक हो गए थे। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 88 सेंट या 1.15% चढ़कर 72.85 डॉलर पर पहुंच गया। यह अपने सत्र के उच्चतम स्तर पर 3 डॉलर अधिक ऊपर था।
टॉप निर्यातक सऊदी अरब द्वारा कीमतों में तेज कटौती और अमेरिकी कच्चे तेल के स्टॉक में आश्चर्यजनक वृद्धि के कारण आपूर्ति संबंधी चिंताएं बढ़ने के कारण दोनों बेंचमार्क इस सप्ताह गिरावट के साथ बंद होने वाले थे।
BOK Financial के डेनिस किसलर ने कहा "कच्चे तेल की सप्लाई और डिमांड 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब के करीब पहुंच रही थी। ऐसे मिडिल ईस्ट में तनाव में अब वृद्धि हो रही है। लिहाजा निकट अवधि में क्रूड वायदा के लिए भाव 5- 7 डॉलर प्रति बैरल बढ़ सकते हैं।"
टैंकर कंपनियों का लाल सागर का मार्ग छोड़ने का फैसला
इस बीच टैंकर कंपनियों स्टेना बल्क ( Stena Bulk), हाफनिया ( Hafnia) और टॉर्म (Torm) सभी ने कहा कि उन्होंने लाल सागर की ओर जाने वाले सभी जहाजों को रोकने का फैसला किया है।
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से यह चिंता पैदा हो गई है कि इजराइल-हमास युद्ध व्यापक संघर्ष में बदल सकता है। जिससे तेल आपूर्ति बाधित हो सकती है।
इसमें ओमान और ईरान के बीच अरब प्रायद्वीप के विपरीत दिशा में स्थित महत्वपूर्ण होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) भी शामिल है। ईरान ने गुरुवार को तुर्की के लिए निर्धारित जलडमरूमध्य के दक्षिण में इराकी कच्चा तेल ले जा रहे एक टैंकर को जब्त कर लिया।
निवेश सलाहकार फर्म Cavanal Hill Investment Managemen के अध्यक्ष Matt Stephani ने कहा, "लाल सागर के जरिये शिपिंग की कमी कुछ कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए परिवहन समस्याएं पैदा करती है, लेकिन फिलहाल भौतिक तेल बाजारों पर अब तक न्यूनतम प्रभाव देखने को मिला है।"
दक्षिण अफ्रीका के आसपास टैंकरों के मार्ग परिवर्तन या डायवर्जन से माल ढुलाई दरों में भी वृद्धि होगी। इसकी वजह ये है कि जहाजों को अधिक लंबा और अधिक महंगा रास्ता अपनाना होगा। लाल सागर, यूरोप और एशिया के बीच एक प्रमुख मार्ग है। दुनिया का लगभग 15 प्रतिशत शिपिंग यातायात यहां से होता है।