पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Petroleum Minister Hardeep Singh Puri) ने गुरुवार को संसद में कहा है कि अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 तक लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) की कीमतों में 37 फीसदी की वृद्धि हुई है। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में पुरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलएनजी की कीमतें अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 की तुलना में 37 फीसदी से अधिक बढ़ गई हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध से जो हालात पैदा हुए हैं उसका असर तेल की कीमतों पर दिख रहा है। पेट्रोलियम मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत रूस से अधिक मात्रा में कच्चा तेल खरीद रहा है, लेकिन यह अभी भी कुल तेल आयात का एक फीसदी से भी कम है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने अप्रैल 2020 में शुरू हुए चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों के दौरान रूस से 419,000 टन कच्चा तेल खरीदा, जो कि 175.9 मिलियन टन के कुल आयात का 0.2 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि 2020-21 में भारत ने 0.3 फीसदी का 633,000 टन आयात किया, जबकि 2019-20 में खरीद 2.93 मिलियन टन या कुल आयात का 1.3 प्रतिशत थी।
यह बयान भारतीय तेल कंपनियों द्वारा व्यथित रूसी कार्गो को गहरी छूट पर पेश किए जाने की पृष्ठभूमि के खिलाफ आया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने जहां एक व्यापारी के जरिए 30 लाख बैरल खरीदा है।
वहीं, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने 20 लाख बैरल तेल की खरीददारी की है। हरदीप पुरी ने कहा कि जहां तक एलपीजी की कीमत की बात है तो यह सऊदी सीपी (अनुबंध मूल्य) पर आधारित है। उन्होंने बताया कि इसमें अप्रैल 2020 से मार्च 2022 तक 285 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
इसके अलावा पुरी ने देश में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी रसोई गैस सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार का बचाव करते हुए कहा कि ऐसा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी के कारण हुआ है। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि देश की जनता को सस्ती कीमतों पर तेल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद गुरुवार को दिल्ली में सीएनजी और पाइप से आपूर्ति की जाने वाली रसोई गैस पीएनजी की कीमतें भी एक रुपये तक बढ़ा दी गईं। इस साल में अब तक सीएनजी के दाम 5.50 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुके हैं।
इसके पहले पेट्रोल, डीजल और एलपीजी गैस की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल के दाम में दो बार 80-80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है जबकि घरेलू रसोई गैस के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं। एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़कर कुछ शहरों में 1,000 रुपये से भी आगे निकल चुके हैं।