रूस-यूक्रेन की जंग में पूरे एनर्जी बॉस्केट में आग लगी हुई है। मेटल और कमोडिटी में जबरदस्त हलचल है। ये संकट कुछ कंपनियों के लिए अवसर है और कुछ कंपनियों के लिए आपदा बनकर सामने आई है। कच्चे तेल के 112 DOLLER प्रति बैरल पार निकलने से EXPLORATION शेयरों की रौनक बढ़ी है। ONGC और HOEC 3 परसेंट से ज्यादा भागे हैं। SELAN EXPLORATION ने 8 परसेंट की छलांग लगाई। इस हफ्ते निफ्टी एनर्जी इंडेक्स 4 परसेंट मजबूत हुआ। हालांकि क्रूड की तेजी से पेंट शेयरों पर दबाव बढ़ा है।
सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने बताया रूस-यूक्रेन संकट किन कंपनियों के लिए अवसर है और किसके लिए आपदा -
यतिन ने बताया कि रूस तेल और अन्य कमोडिटी का बहुत बड़ा सप्लायर है। इसके अलावा यूक्रेन भी कई कमोडिटी का निर्यात दूसरे देशों को करता है। इसलिए इनके यहां संकट होने से इन कमोडिटी की सप्लाई सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है। ये इस आपदा से तेल में उबाल देखने को मिल रहा है।
ONGC, OIL के लिए Positive
इस समय ये संकट ONGC, OIL के लिए पॉजिटिव साबित होता दिखाई दे रहा है। ये दोनों कंपनियां गैस और तेल दोनों में कारोबार करती हैं। इसलिए इन्हें दोनों मोर्चों पर फायदा होता नजर आ सकता है। रूस और यूक्रेन के युद्ध के बाद यूरोपियन गैस की कीमतें 22% बढ़ी हैं। इसकी वैश्विक रूप से सप्लाई कम होने की आशंका से इसमें उछाल नजर आ रहा है।
HPCL, BPCL, IGL और Guj Gas के लिए Negative
यतिन ने आगे कहा कि इस संकट का ऑइल मार्केटिंग कंपनियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। पेट्रोल और गैस की कीमतों में उछाल आने से HPCL, BPCL जैसी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों के कारोबार पर निगेटिव प्रभाव पड़ता है। वहीं गैस की सप्लाई प्रभावित होने से इसके दाम बढ़ेंगे। , IGL, Guj Gas के लिए निगेटिव है क्योंकि बढ़ती गैस कीमतों से मार्जिन पर असर हुआ है।
Coal India के लिए Positive
कोल इंडिया के लिए ये संकट पॉजिटिव साबित होगा। सप्लाई में कमी और पाबंदियों की धमकियों के चलते चीन में कोयले का भाव बढ़ रहा है। जिससे इस समय कोयले की कीमतें 8 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई है। इसलिए इसके शेयरों में आज तेजी भी दिखाई दी है।
NALCO, Hindalco और Vedanta के लिए पॉजिटिव
यतिन ने मोता ने कहा कि युक्रेन संकट की वजह से एल्युमिनियम के भाव ऑल टाइम हाई पर पहुंच गये हैं। चीन ने कमोडिटी के संकट से निपटने की तैयारी की हैं। चीन ने अपने राज्यों को कमोडिटी खरीदने के निर्देश दिये हैं।
ये संकट ऑटो सेक्टर के लिए निगेटिव साबित हो रहा है क्योंकि महंगे क्रूड से पेट्रोल-डीजल में उछाल आएगा।
दिग्गज फार्मा कंपनी Dr Reddy's के लिए निगेटिव
यतिन ने कहा कि इस फार्मा कंपनी का रूस से बहुत कारोबार मिलता है। Dr Reddy's के लिए ये निगेटिव साबित होता हुआ नजर आ रहा है। कंपनी की कुल बिक्री में 8% की रूस को किये जाने वाले एक्सपोर्ट में होती है।