NCDEX और IRMA ने मिलाए हाथ, गुजरात के आणंद में शुरू की नई सर्विस, कमोडिटी डेरिवेटिव्स के डेवलपमेंट पर करेंगे काम

कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) और इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट आणंद (IRMA) ने गुजरात के आणंद में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया है। दोनों संस्थान कमोडिटी डेरिवेटिव्स सिस्टम को और डेवलप करने, रिसर्च..

अपडेटेड Feb 05, 2024 पर 5:23 PM
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NCDEX और इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट आणंद (IRMA) ने गुजरात के आणंद में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया है।

कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) और इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट आणंद (IRMA) ने गुजरात के आणंद में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया है। दोनों संस्थान कमोडिटी डेरिवेटिव्स सिस्टम को और डेवलप करने, रिसर्च, नीति बनाने, प्रमोट करने, कैपेसिटी बिल्डिंग, थॉट लीडरशिप, प्रोडक्ट डेवलपमेंट के एरिया में मदद करने तथा औद्योगिक और वित्तीय संस्थाओं के बीच तालमेल का फायदा उठाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।

योजना के तहत कमोडिटी डेरिवेटिव्स बाजार पर नीति निर्माताओं के नजरियो को नए सिरे से गढ़ने, प्रतिबंधित और अप्रतिबंधित कमोडिटी के भाव तय करने के तौर-तरीकों की गहरी समझ बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। ग्रामीण प्रबंधन में अपनी महारत के लिए फेमस इरमा गहन शोध और विश्लेषण के जरिये कमोडिटी बाजारों का दायरा बढ़ाने के प्रयास की अगुआई करेगा। FPO मॉडल को नए सिरे से परिभाषित करने में संस्थान की भूमिका सतत ग्रामीण विकास के उसके संकल्प के अनुरूप ही है। कमोडिटी बाजार की प्रमुख संस्था एनसीडीईएक्स तकनीकी मदद और डेटा से संबंधित सहायता प्रदान कर अहम भूमिका निभाएगा। अपने व्यापक अनुभव का इस्तेमाल कर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की सफलता में बड़ा योगदान करना ही एनसीडीईएक्स का टारगेट है।

एनसीडीईएक्स के एमडी और सीईओ अरुण रास्ते ने कहा कि हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें हमने भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। इसे वास्तव में साकार करना है तो कृषि मार्केटिंग तंत्र को अपनी आज की स्थिति से लंबी छलांग लगानी होगी। कृषि मार्केटिंग को आगे बढ़ाने में डेरिवेटिव्स बाजार का बड़ा योगदान है। इसीलिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकासशील से विकसित बनने की हमारी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है।


यह संयुक्त पहल कृषि की तस्वीर बदलने और कमोडिटी बाजारों में इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में जरूरी कदम है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का लक्ष्य संयुक्त प्रयासों के जरिये कमोडिटी डेरिवेटिव्स बाजार को बढ़ावा देना और लंबे समय तक वृद्धि के लिए ठोस बुनियाद तैयार करना है।

इरमा के निदेशक उमाकांत दास ने कहा, 'एनसीडीईएक्स डेरिवेटिव्स बाजार के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए दर्जनों गतिविधियां कराता रहता है और इरमा को ग्रामीण व्यवस्था की गहरी समझ है। इसलिए हमें उम्मीद है कि यह गठजोड़ डेरिवेटिव्स बाजार के जरिये कृषि मार्केटिंग को आजीविका का टिकाऊ और मजबूत स्रोत बनाने का लक्ष्य हासिल करने में बहुत मददगार होगा।'

एनसीडीईएक्स भारत का बड़ी और प्रोफेशनल मैनेजमेंट वाला कृषि कमोडिटी एक्सचेंज है, जो कटाई के उपरांत समूची कृषि कमोडिटी सीरीज में सर्विस देता है। भारत के ऑनलाइन एक्सचेंज के रूप में एनसीडीईएक्स कृषि कमोडिटी में कई प्रकार के बेंचमार्क प्रोडक्ट ऑफर करता है। एनसीडीईएक्स सेलर्स और बायर्स को अपने इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म के जरिये एक साथ लाता है। एनसीडीईएक्स के प्रमुख निवेशकों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, भारतीय जीवन बीमा निगम, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD), इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स को-ऑपरेटिव लिमिटेड, ओमान इंडिया जॉइंट इन्वेस्टमेंट फंड, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बिल्ड इंडिया कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी और इन्वेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड शामिल हैं।

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