RBI ने ज्वेलर्स को बड़ी राहत दी है। सेंट्रल बैंक ने OTC रूट के जरिए IFSC से हेजिंग को मंजूरी दे दी है। उधर डॉलर ,अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में मजबूती और अमेरिका में मार्च में दरें न घटने की उम्मीद से सोने पर दबाव बनाया हुआ है। देश में शादियों का सजीन भी चल रहा है, तो मौजूदा हालात को देखते हुए कैसी है सोने की मांग? क्या हैं ट्रेंड्स और कहां तक गिर सकते हैं दाम? और 12 फरवरी से SGB का चौथा ट्रांच भी खुल रहा है? क्या ये इसमें निवेश का सही समय है? लेकिन उससे पहले जान लेते है कि घरेलू ज्वेलर्स को RBI ने क्या बड़ा तोहफा दिया है।
बता दें कि घरेलू ज्वेलर्स को RBI ने बड़ा तोहफा दिया। आरबीआई ने घरेलू ज्वेलर्स को IFSC में हेज करने को मंजूरी दे दी है। OTC सेगमेंट में हेजिंग की मंजूरी मिली है। इस पर बात करते हुए आरबीआई ने IFSC में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई के इस फैसले और सोने की आगे की चाल पर बात करते हुए GJC के चेयरमैन संयम मेहरा का कहना है कि RBI के फैसले से इंडस्ट्री को फायदा होगा। इंडस्ट्री को हेजिंग की सुविधा मिलेगी। विदेशी बाजारों में हेजिंग की सुविधा मिलेगी। रुपए में उतार-चढ़ाव का असर कम होगा। इंपोर्ट, एक्सपोर्ट में हेजिंग से फायदा होगा। संयम मेहरा का कहना है कि गिफ्ट सिटी के जरिए इंपोर्ट बढ़ाने की कोशिश की है। RBI के फैसला का असर इंपोर्ट पर ज्यादा होगा। हेजिंग का फायदा इंपोर्टर्स को ज्यादा मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि बाजार को अमेरिका में दरें घटने का इंतजार है। पहले अमेरिका में 5 रेट कट की उम्मीद थी। ब्याज दर 4% पर आने की उम्मीद थी। बाजार को अब 3 बार दरें घटने की उम्मीद है। अप्रैल से पहले सोने का दाम और गिर सकता है। मार्च में सोना 1500-2000 तक गिर सकता है। अप्रैल के बाद कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है। बाजार में भारी और हल्के दोनों तरह के गहनों की मांग है।
वहीं वामन हरि पेठे के आशीष पेठे ने कहा कि दिसंबर 2022 में ही IFSC में हेजिंग की मंजूरी मिल गई थी। RBI ने OTC सेगमेंट में हेजिंग की मंजूरी दी है। RBI के फैसले से निवेशकों को फायदा होगा। अभी घरेलू एक्सचेंज पर हेजिंग की सुविधा मिलती है। IIBX में भी हेजिंग की सुविधा मौजूद है। IFSC में मौजूद बैंकों से भी हेजिंग होती है। मांग, जरूरत के मुताबिक ज्वेलर्स हेजिंग कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रीसायकल गोल्ड की हिस्सेदारी 35-40% के बीच होती है। दाम गिरने पर रीसायकल गोल्ड बाजार में कम आता है । रीसायकल गोल्ड के बदले नए गहनों की खरीदारी होती है। लोग मान रहे हैं कि भाव `62000 से नीचे नहीं जाएगा। सोने में `60000 का एक नया बेस बन गया है।
बॉम्बे ज्वेलर्स एसोसिएशन के कुमार जैन ने कहा कि दाम कम होने से सोने की मांग बढ़ी है। रीसायकल गोल्ड से भी सोने की मांग बढ़ी है। RBI का दरें न बढ़ाना भी बाजार के लिए अच्छा है। स्पॉट बाजार में सोने की मांग बढ़ी है। शादियों के कारण भी सोने की मांग बढ़ी है। छोटे से लेकर ब्राइडल गहनों की मांग आ रही है। जून तक शादियां होने से सोने की मांग बनी हुई है।
कुमार जैन ने आगे कहा कि सोने का भाव `2000-3000 तक चढ़ सकता है। देश में 35-40 लाख शादियां होनी बाकी हैं। जून तक शादियों का सीजन जारी रहेगा। उनका मानना है कि सोने के भाव भाव `60000 से नीचे जाने की उम्मीद नहीं है।
चौलाज हेरिटेज ज्वेलरी के चौला पटेल का कहना है कि सोने की मांग लगातार बनी हुई है। कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर मांग पर नहीं पड़ेगा। लग्जरी गहनों की खरीदारी भी हो रही है। अनुमान से ज्यादा सोने की खरीदारी हो रही है। रियल स्टोन गहनों की मांग पहले से बढ़ी है। पोल्की ज्वेलरी की मांग में भी तेजी दिख रही है। शादियों के कारण भी सोने की मांग बढ़ी है। शादियों के कारण ब्राइडल गहनों की बिक्री बढ़ी है। 2024 में सोना `70000 तक भी पहुंच सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल से सोने की मांग 8-10% बढ़ी है। लोगों में लग्जरी गहनों की मांग बढ़ रही है। लग्जरी सेगमेंट में 8-10% की बढ़त देखी गई है। डिजाइनर ज्वेलरी की भी मांग बढ़ी है। जबकि कलर स्टोन, एमेरल्ड वाले गहनों की मांग बढ़ी है। लोगों में छोटे गहने की मांग ज्यादा बढ़ी है। गहनों की डिजाइनिंग में भी बदलाव आए हैं।
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