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कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त जारी, सरकार ने गेहूं पर स्टॉक लिमिट फिर घटाई, जानिए कैसा है अन्य कमोडिटी बाजार का हाल

कीमतों में लगातार दूसरे महीने तेजी देखने को मिल रही है।2024 में कच्चे तेल का दाम अब तक 6% चढ़ चुका है। दरअसल, अमेरिका हमले में एक हूती कमांडर मारा गया है। इजरायल ने हमास युद्ध विराम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर साफ देखने को मिल रहा है

अपडेटेड Feb 09, 2024 पर 3:24 PM
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कीमतों में लगातार दूसरे महीने तेजी देखने को मिल रही है। 2024 में कच्चे तेल का दाम अब तक 6% चढ़ चुका है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक दिन में कच्चे तेल में 3% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली। इसके बाद अब ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 82 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच चुका है जबकि WTI के दाम भी 76 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल चुके हैं। वहीं MCX पर कच्चा तेल 6300 के पार निकला है।

बता दें कि कीमतों में लगातार दूसरे महीने तेजी देखने को मिल रही है।2024 में कच्चे तेल का दाम अब तक 6% चढ़ चुका है। दरअसल, अमेरिका हमले में एक हूती कमांडर मारा गया है। इजरायल ने हमास युद्ध विराम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर साफ देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि हमास ने युद्ध विराम का प्रस्ताव दिया था। अमेरिका की इन्वेंटरी 31.5 लाख बैरल गिरी है।

गेहूं पर सरकार का एक्शन

सरकार ने गेहूं पर स्टॉक लिमिट फिर घटाई है। स्टॉक लिमिट 1000 MT से घटाकर 500MT की है। ट्रेड, होलसेलर 500 मीट्रिक टन गेहूं रख सकेंगे। बढ़े रिटेलर 500 मीट्रिक टन गेहूं रख सकेंगे। इससे पहले 8 दिसंबर, 2023 को लिमिट घटाई थी। कारोबारियों का कहना है कि सरकार ने गेहूं की जमाखोरी रोकने और कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल प्रभाव से थोक व्यापारियों, रिटेल, बड़े रिटेल और प्रोसेसिंग कंपनियों के लिए गेहूं का स्टॉक रखने के नियमों को सख्त कर दिया। सरकार ने दिसंबर पहले इसे 2,000 टन से घटाकर 1,000 टन कर दिया था। वहीं, अब इसे घटाकर 500 टन कर दिया है।


कम नहीं पड़ेगा चावल?

इस बीच केंद्र सरकार की धान की खरीद जारी है। केंद्र सरकार छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से खरीद जारी है। सरकार की खरीद लक्ष्य से सिर्फ 5% कम रह गई है। जनवरी में धान की खरीद 20% बढ़ी है। छत्तीसगढ़, MP MSP पर बोनस दे रहे हैं। वहीं पंजाब, हरियाणा में धान की खरीद पूरी हुई है। बता दें कि अक्टूबर से सितंबर तक सीजन चलता है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान की खरीद- 3100/क्विंटल के भाव हो रही है। धान की MSP 2183/क्विंटल है।

एग्री कमोडिटी एक्सपर्ट के सिराज हुसैन का कहना है कि पिछले साल 57 मिलियन टन चावल की खरीद हुई थी। नॉन बासमती चावल के एक्सपोर्ट बैन से फायदा हुआ। सरकार धान के खरीद लक्ष्य को जल्द पूरा कर लेगी । घरेलू बाजार में चावल दोगुनी महंगी है। सरकार 55 मिलियन टन के खरीद लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम रहा। सिराज हुसैन का कहना है कि उत्तर प्रदेश में गेहूं की फसल अच्छी रहने का अनुमान है।

 

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