नीति आयोग (NITI Aayog) के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने बताया, "देखिए, तेंदुलकर समिति की एक पुरानी रिपोर्ट थी कि कौन गरीब होने के योग्य हो सकता है। अगर हम इसे इस सर्वे के आंकड़ों के साथ जोड़ते हैं, तो यह पता चलता है कि भारत में अब 5% से भी कम गरीब बचे हैं।”
अपडेटेड Feb 26, 2024 पर 12:09