ट्रांसपरेंसी और वेब 3.0 : वह हर बात जो आपके लिए जानना जरूरी है

भारत में क्रिप्टो के लिए पहली ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट जैसी उपलब्धि भारत में क्रिप्टो के रेगुलेशंस और धारणाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा

अपडेटेड Dec 21, 2021 पर 11:27 AM
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वेब 3.0 का निर्माण ब्लॉकचेन के इस्तेमाल से उसके बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में किया जा रहा है और इससे डिसेंट्रलाइजेशन व पारदर्शिता के एक नए युग की शुरुआत होगी

इंटरनेट संभवतः मानवता के इतिहास में सबसे ज्यादा अहम तकनीकी क्रांति है और भले ही इसके आगाज के बाद उद्योग का खासा विकास हुआ है लेकिन तुलनात्मक रूप से अभी भी यह नई है और इसमें लगातार सुधारों की जरूरत है।

अब एक नए प्रकार के इंटरनेट की कल्पना कीजिए जो आपके द्वारा इनपुट के रूप में डाली गई सामग्री को न सिर्फ सही-सही इंटरप्रेट करता है, बल्कि आपकी टेक्स्ट, वॉइस या अन्य किसी माध्यम से कही गई हर बात को समझता है। हम एक नई वेब क्रांति के दौर के मुहाने पर हैं, जिसे कुछ अग्रणी और उत्साही लोग वेब 3.0 कहते हैं, जो पहली और मौजूदा वेब के बाद वेब की नई जेनरेशन है।

Source: Max Mersch Source: Max Mersch


इंटरनेट का नया युग : वेब 3.0

वेब 3.0 पर, डाटा एक डिसेंट्रलाइज्ड रूप में इंटरकनेक्टेड होगा, भविष्य की ओर एक बड़ी छलांग होगा जहां हम डाटा स्टोरेज की सेंट्रलाइज्ड रिपॉजिटरीज पर निर्भर नहीं होंगे। साथ ही, मशीन और यूजर्स ज्यादा विशिष्ट और समग्र रूप में डाटा के साथ संवाद और एक दूसरे को प्रभावित करने में सक्षम होंगे। इसके लिए, प्रोग्राम्स को प्रांसगिक और वैचारिक दोनों रूप में डाटा और इनफोर्मेशन को समझने की जरूरत होती है। चूंकि वेब 3.0 के नेटवर्क डिसेंट्रलाइज्ड प्रोटोकॉल्स – क्रिप्टोकरंसी और ब्लॉकचेन के फंडामेंट ब्लॉक- के जरिये ऑपरेट होंगे, इसलिए हम तीन तकनीकों और अन्य क्षेत्रों के बीच भारी समानता की उम्मीद कर सकते हैं।

वे निश्चित रूप से अंतर संचालित (इंटरऑपरेबिल), पूरी तरह एकीकृत, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के जरिए ऑटोमेटेड और ऐसे क्षेत्रों में छोटे ट्रांजैक्शंस से लेकर सब कुछ सक्षम बनाने में उपयोगी होंगे, जो सुगम और दुर्लभ हैं। सिक्योरिटी टोकन जैसे सॉल्यूशन पारदर्शिता की बुनियादी धारणा पर आधारित हैं, क्योंकि वे ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड होते हैं और मुख्य एसेट से जुड़े सभी ट्रांजैक्शंस 100 प्रतिशत पारदर्शी होते हैं।

ब्लॉकचेन से संचालित दुनिया में, कंपनियों को दूसरों की तुलना में ज्यादा पारदर्शी बनने के लिए प्रतिस्पर्धा करनी होगी, क्योंकि ज्यादा पारदर्शिता से ज्यादा इनवेस्टर्स आते हैं। साथ ही, इससे अन्य प्रतिभागी क्रिप्टो द्वारा उपलब्ध कराई गई सिक्योरिटी पर ज्यादा भरोसा करेंगे।

पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्धता और वेब 3.0

एक ऐसी दुनिया की कल्पना कीजिए, जहां कंटेंट क्रिएटर्स सीधे अपने ऑडिएंस से कमाई करें, विज्ञापन कंपनियां विज्ञापनों के लिए सीधे पब्लिशर्स को भुगतान करें या कैब ड्राइवर्स सीधे सवारियों से पैसा लें! वेब 3.0 ठीक ऐसी ही दुनिया का वादा करता है।

लेकिन संभवतः इसकी सबसे बड़ी यूएसपी पारदर्शिता होगी। चूंकि डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर्स हर किसी को नेटवर्क में साझा पहुंच की अनुमति देते हैं, जिससे इन मॉडलों में पारदर्शिता अपने आप ही आ जाती है। सभी स्टेकहोल्डर्स उसकी वैल्यू और कॉमर्स के बारे में हमेशा जागरूक रहते हैं जिनसे वे जुड़े होते हैं और वे इस डाटा तक पहुंच के लिए एक बिचौलिए या एग्रीगेटर पर निर्भर नहीं हैं।

पारदर्शिता का प्रभाव

परिभाषा के मुताबिक, एक ब्लॉकचेन एक अपरिवर्तनीय डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर है जो हर किसी को हरेक ट्रांजैक्शन देखने का मौका देता है। यह तकनीक वित्तीय पारदर्शिता के एक नए युग की शुरुआत करत सकती है और सबसे अच्छा व्यवहार करने वालों को फायदा देती है।

पारदर्शिता सबसे अच्छी रेग्युलेटरी एजेंट है, जो एसेट की कीमतों को अधिकतम करती है और गुड्स व सर्विसेज (ओर एक सर्विस का मैनेजमेंट) की क्वालिटी को सार्वजनिक करती है। उदाहरण के लिए, गवर्नेंस टोकन से कम्युनिटीज को आवाज उठाने का अधिकार मिल सकता है। ये टोकन यानी क्रिप्टो एसेट्स हमें एक प्रोजेक्ट की नीतियों और फैसलों पर वोट करने का अधिकार देती हैं। एक ऐसे यूट्यूब की कल्पना कीजिए, जहां कंटेंट पॉलिसीज, क्रिएटर्स के साथ रेवेन्यू शेयरिंग आदि से जुड़े फैसले, ऐसे बदलावों पर हर क्रिएटर द्वारा एक ब्लॉकचेन नेटवर्क पर वोटिंग के आधार लिए जाएं। नेटवर्क हर किसी को यह देखने में सक्षम बनाएगा कि कैसे वोट हुए और अविश्वास के कारण पैदा होने वाली अस्पष्टता को भी दूर करेगा।

3.0

वेब 3.0 का निर्माण ब्लॉकचेन के इस्तेमाल से उसके बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में किया जा रहा है और इससे डिसेंट्रलाइजेशन व पारदर्शिता के एक नए युग की शुरुआत होगी। ब्लॉकचेन एक क्रांतिकारी तकनीक है, जो पेमेंट प्रोसेसिंग, प्रॉपर्टी और लैंड टाइटिल्स, इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ओनरशिप व प्रोटेक्शन, डिजिटल आईडी और वास्तव में क्रिप्टोकरंसीज के रूप में विभिन्न उद्योगों में इनोवेशन को बढ़ावा देती है।

हालांकि, क्रिप्टोकरंसीज को पारम्परिक करंसीज की जगह लेने के लिए प्रतिस्पर्धा नहीं करना पड़ रही है। इसके बजाय, उसे एक एसेट क्लास और डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन नेटवर्कों पर एक यूटिलिटी माना जाता है जिन्हें सामान्य करंसीज के द्वारा खरीदा जा सकता है।

पहली क्रिप्टो ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट के लॉन्च होने से देश में ज्यादा स्पष्टता और पारदर्शिता आई है। यह ऐसे मिथकों को दूर कर रही है, जिनके चलते पॉलिसीमेकर्स, इनवेस्टर्स और इंस्टीट्यूशनल पार्टनर्स क्रिप्टो के साथ जुड़ने से डरते हैं।

यह न सिर्फ सेक्टर के लिए ऊंचे मानदंड स्थापित कर रही है, बल्कि रेगुलेटर्स को अपनी रिपोर्ट्स के माध्यम से पॉलिसी स्ट्रैटजीस विकसित करने में मदद करके इनोवेशन को बढ़ावा भी दे रही है। इसके अलावा, ये इनीशिएटिव्स ऐसे मामलों में पूरी क्रिप्टो इंडस्ट्री को पारदर्शी होने के लिए भी प्रेरित करती है।

इनवेस्टर्स और स्टेकहोल्डर्स की सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिए इंडस्ट्री की प्रतिबद्धता को देखते हुए, इसका असर दूसरे स्टेकहोल्डर्स पर भी पड़ने का अनुमान है। मोटे तौर पर, क्रिप्टो बिजनेसेस की नीतियां यूजर्स डाटा और फाइनेंशियल इनफोर्मेशन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई हैं।

ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों, यूजर वेरिफिकेशन प्रोसेस, सूचना अनुरोध के नेचर और कस्टमर के प्रोविजंस से मिले अनुरोधों को सूचीबद्ध करती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना के अनुरोधों के लिए लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों के साथ समन्वय और अनुपालन करते हुए, यह सुनिश्चित करने के लिए हर अनुरोध को मंजूर किया गया है कि संबंधित एजेंसी उस डाटा को प्राप्त करने के लिए हकदार है, जिसके लिए वे अनुरोध कर रही हैं।

भारत की पहली क्रिप्टो ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं :

● अप्रैल से सितंबर, 2021 के दौरान, कई लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों से कुल 377 अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 38 विदेशी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों के थे।

● हर कानूनी जानकारी से जुड़े अनुरोध आपराधिक नेचर के थे और इन सभी अनुरोधों के लिए कंप्लायंस रेट 100 फीसदी है।

● अप्रैल से सितंबर, 2021 तक, 14,469 खाते लॉक कर दिए गए, जहां 90 फीसदी एक्टिविटीज यूजर ड्राइविन थीं और लीगल टीम ने लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों या पेमेंट विवाद के चलते संबंधित खातों को बंद करने के लिए 10 फीसदी पहल की है।

भारत में क्रिप्टो के लिए पहली ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट जैसी उपलब्धि भारत में क्रिप्टो के रेगुलेशंस और धारणाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। ब्लॉकचेन स्पष्ट रूप से इकोनॉमी को गति देने वाली सबसे अहम गेम चेंजिंग टेक्नोलॉजिस में से एक है और विभिन्न उद्योगों में इनोवेशन को नई ऊंचाई पर ले जा रही है। ‘ब्लॉकचेन पेपर्स’ और ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट से वेब 3.0 के लिए एक सुरक्षित और इनोवेटिव फ्यूचर तैयार करने में मदद मिलेगी। ज्यादा जानकारी लेने के लिए पूरी ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट यहां पढ़ें।

डिस्क्लेमर: क्रिप्टो करेंसी एक अनरेगुलेटेड डिजिटल करेंसी है। यह एक वैध मुद्रा नहीं है और बाजार जोखिमों के अधीन है। इस लेख में दिए गए विचार और राय लेखक के अपने निजी विचार और राय हैं। इसको किसी तरह की निवेश सलाह या WazirX(वजीरेक्स) की आधिकारिक राय न माना जाए।

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First Published: Dec 20, 2021 6:45 PM

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