राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक (Supertech) के 27,000 से अधिक घर खरीददारों (Home Buyers) के लिए राहत की खबर है। सुपरटेक मैनेजमेंट ने दावा किया है कि कंपनी विदेशी निवेश (Foreign Investment in Supertech) से बचे हुए प्रोजेक्ट को जल्द ही पूरा करेगी। दरअसल, सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा (RK Arora) की पिछले दिनों हुई गिरफ्तारी के बाद हजारों फ्लैट बायर्स भंवर में फंस गए हैं। हाल ही में सुपरटेक के मालिक आरके अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED ने गिरफ्तार किया था।
ऐसे में लगातार यह सवाल उठ रहे हैं कि सुपरटेक में फंसे 27 हजार बायर्स का भविष्य क्या होगा। घर बुक कराने वाले लोगों को आशंका है कि सुपरटेक भी अन्य कई कंपनियों की तरह दिवालिया हो सकती है। इन आशंकाओं के बीच, न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, सुपरटेक ने दावा किया है कि दो महीने के अंदर कंपनी को विदेश से 1,600 करोड़ रुपये निवेश के तौर पर मिल जाएंगे।
इन पैसों से अटके पड़े 18 प्रोजेक्ट में घरों के निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। कंपनी ने दावा किया है 18 प्रोजेक्ट के पूरे होने से उन्हें फ्लैट बायर्स से 18, 500 करोड़ रुपये मिलेंगे। पिछले दिनों ही सुपरटेक में सिंगापुर की एक कंपनी ने 1,600 करोड़ रुपये की निवेश करने की सहमति दी थी।
कंपनी के इस ऐलान के बाद सुपरटेक के 27,000 घर खरीददारों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक के ईको विलेज-1,2,3,4, सुपरटेक प्रीकास्ट फैक्टरी, जार सूट ओमिक्रॉन, अपकंट्री, सुपरटेक इको सिटी, एमरोल्ड, रोमानो, कैपटाउन, नार्थ आई, सुपरटेक पवेलियन और शॉप्रिक्स मॉल के प्रोजेक्ट हैं, जिनको पूरा होना बाकी हैं। वहीं, दिल्ली-NCR की बात करें तो गुरुग्राम और मेरठ में भी सुपरटेक के कुछ प्रोजेक्ट का काम विदेशी निवेश से पूरा किया जाएगा।