Real Estate : प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसमें आम लोगों की निवेश की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। निवेशक इसमें फ्रैक्शनल ऑनरशिप के तहत निवेश कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक रियल एस्टेट फ्रैक्शनल ऑनरशिप के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ने 4000 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू लिया है। रियल एस्टेट मैनेजमेंट कंपनी ट्रूबोर्ड पार्टनर्स (TruBoard Partners) की फ्रैक्शनल ऑनरशिप पर एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।
कम राशि के साथ कर सकते हैं रियल एस्टेट में निवेश
कई प्राइवेट कंपनियों ने फ्रैक्शनल ऑनरशिप प्लेटफॉर्म स्थापित किए हैं जो निवेशकों को रियल एस्टेट एसेट्स में कम राशि के साथ निवेश करने की अनुमति देते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, "फ्रैक्शनल ऑनरशिप में आम तौर पर कई निवेशकों के पास रियल एस्टेट एसेट का स्वामित्व होता है। इससे निवेश के लिए निवेशकों को कम पूंजी की जरूरत होती है। वहीं, रियल एस्टेट एसेट ऑनरशिप में अधिक निवेशकों को हिस्सा लेने की सुविधा मिलती है।"
निवेशक अपने फंड को फ्रैक्शनल ऑनरशिप प्लेटफॉर्म द्वारा स्थापित Special Purpose Vehicle (SPV) द्वारा जारी सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म एक फॉर्मल चैनल प्रोवाइड करते हैं जो लोगों के एक ग्रुप को संयुक्त रूप से रियल एस्सेट एसेट का मालिक बनने की अनुमति देता है।
AUM में सालाना 25-30% ग्रोथ का अनुमान
ट्रूबोर्ड पार्टनर्स के एमडी, रियल एस्टेट प्रैक्टिस, संग्राम बाविस्कर ने कहा, "हालांकि रियल एस्टेट के फ्रैक्शनल ऑनरशिप का कॉन्सेप्ट भारत में शुरुआती स्टेज में है, लेकिन टेक प्लेटफार्मों की मदद से अगले कुछ सालों में इसके बढ़ने की उम्मीद है।" इसमें कहा गया है कि भारत में फ्रैक्शनल ऑनरशिप मार्केट का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 2019 में 1500 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 4000 करोड़ रुपये हो गया। ट्रूबोर्ड पार्टनर ने अगले 4-5 सालों में AUM में 25-30 फीसदी कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) का अनुमान लगाया है।