कैलेंडर ईयर 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान देश के रियल एस्टेट मार्केट में कुल 1.3 अरब डॉलर (10,700 करोड़ रुपये) का प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टमेंट हुआ। इस दौरान प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टमेंट में 85 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली। कंसल्टिंग फर्म सेविल्स इंडिया (Savills India) के मुताबिक, सबसे ज्यादा निवेश कमर्शियल ऑफिस एसेट में देखने को मिला। कुल निवेश में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 66 पर्सेंट रही।
साल 2022 की दूसरी तिमाही में यह निवेश 70.4 करोड़ डॉलर था। रिपोर्ट के मुताबिक, संबंधित अवधि में निवेश पूरी तरह से फॉरेन इंस्टीट्यूशन इनवेटर्स (FII) के जरिये हुआ और ज्यादार निवेशकों ने मुंबई, नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) और हैदराबाद पर फोकस किया। निवेश में NCR और मुंबई के इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स एसेट्स की हिस्सेदारी 20 पर्सेंट रही।
सेविल्स इंडिया के मुताबिक, संबंधित अवधि में कई ऐसे बड़े सौदे हुए, जिनकी प्रोसेस पिछले एक साल से चल रही थी। सेविल्स इंडिया में मैनेजिंग डायरेक्टर, कैपिटल मार्केट्स दिवाकर राणा ने बताया, 'प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टमेंट बढ़ने से न सिर्फ बड़े प्रोजेक्ट के विकास को बढ़ावा मिला है, बल्कि वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक्स और वर्किंग स्पेस जैसे खास सेगमेंट की ग्रोथ को भी सहारा मिला है।'
उनके मुताबिक, भारत में रिटेल रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट की शुरुआत हुई है और इससे डोमेस्टिक और इंटरनेशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी इसमें बढ़ेगी। भारत में नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट आरईआईटी (Nexus Select Trust REIT) नाम से इस इनेवस्टमेंट ट्रस्ट की शुरुआत हुई है, जिसमें ब्लैकस्टोन (Blackstone) की अहम भूमिका है। राणा ने कहा कि रियल एस्टेट को अब बड़े पैमाने पर आकर्षक एसेट क्लास के तौर पर पहचान मिलने लगी है।