साल 2023 की पहली छमाही (जनवरी से जून) के दौरान रेजिडेंशियल सेक्टर में कुल 1,56,640 फ्लैट्स की बिक्री हुई। फ्लैट्स की बिक्री में सबसे ज्यादा ग्रोथ हैदराबाद में देखने को मिली। यहां संबंधित अवधि में बिक्री में 5 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, मुंबई और बेंगलुरु में बिक्री में क्रमशः 8 पर्सेंट और 2 पर्सेंट की गिरावट हुई।
रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म नाइट फ्रैंक ( Knight Frank) के मुताबिक, हैदराबाद में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर 10 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई, जो बाकी सभी बाजारों के मुकाबले ज्यादा है। मौजूदा साल की पहली छमाही के दौरान कुल बिक्री में 1 करोड़ और उससे ऊपर के घरों की हिस्सेदारी में सालाना 25 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। इसकी वजह कीमतों और बड़े घर की मांग में बढ़ोतरी है।
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, कुल बिक्री में 50 लाख से 1 करोड़ वाले घरों की हिस्सेदारी, 50 लाख से कम वाले घरों से ज्यादा है। यह एक चौंकाने वाला घटनाक्रम है। इस अवधि के दौरान कुल बिक्री में मिड-सेगमेंट कैटगरी की हिस्सेदारी में 38 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 35 पर्सेंट था।
हालांकि, सस्ते घरों (अफोर्डेबल सेगमेंट) की बिक्री में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले गिरावट देखने को मिली। 2023 की पहली छमाही के दौरान कुल बिक्री में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 32 पर्सेंट रही, जबकि 2022 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 40 पर्सेंट था। रियल्टी का बाजार मुख्य तौर पर इन्हीं तीन सेगमेंट में बंटा हुआ है।
जनवरी-जून 2023 के दौरान घरों की बिक्री का कुल आंकड़ा सालाना आधार पर 1 पर्सेंट कम रहा, जबकि 2022 की दूसरी छमाही की तुलना में यह 1.7 पर्सेंट ज्यादा है। कंसल्टेंसी फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्याज दरों में गिरावट और रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट से मांग में तेजी आई थी और ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद मांग बनी रही।
साल 2023 की पहली छमाही में हाउसिंग सेक्टर मे नए लॉन्च की संख्या 173,364 यूनिट्स रही, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 8 पर्सेंट ज्यादा है। कुल बिक्री में मुंबई की हिस्सेदारी टॉप पर यानी 40,798 यूनिट्स के साथ 26 पर्सेंट रही। इसके बाद क्रमशः दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और पुणे का स्थान रहा।