Income Tax Return filing before 31 July: किसी भी तरह के जुर्माने से बचने के लिए टैक्सपेयर्स को निर्धारित समय सीमा के अंदर आईटीआर (ITR) फाइल करना जरूरी है। इनकम टैक्स विभाग की वेबसाइट के मुताबिक देर से आईटीआर फाइल करने पर 5000 रुपए तक का जुर्माना लगता है। आइए जानते हैं 31 जुलाई से पहले ITR फाइल करने के क्या-क्या फायदे हैं।
डेडलाइन तक ITR नहीं भरने पर लगता है जुर्माना
अगर आपने आखिरी तारीख तक आईटीआर फाइल नहीं किया है तो नियमों के मुताबिक आपको 10 हजार रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अलावा आईटीआर फाइलिंग में देरी होने पर आपको टैक्स पर ब्याज भी देना पड़ सकता है।
अगर आप लगातार इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं तो कोई भी सरकारी या प्राइवेट बैंक आपको आसानी से लोन देने के लिए तैयार हो जाता है। ITR किसी भी प्रकार के लोन अप्रूवल के लिए एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है। आयकर अधिनियम 1961 की धारा 70 और 71 में किसी भी साल में नुकसान होने पर उसे अलगे साल लेकार जाने का भी प्रावधान है। इसका मतलब है कि आप अपने नुकसान को अगले असेसमेंट ईयर तक कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं।
जब आप आईटीआर फाइल करते हैं तो सरकार आपको कुछ छूट की अनुमति देती है। इससे टैक्सपेयर्स को अपना बोझ कम करने में मदद मिलती है। यह ज्यादा से ज्यादा लोगों को आईटीआर फाइल करने के लिए प्रेरित करता है।