सचिन बंसल की नवी फिनसर्व (Navi Finserv) ने NCD इश्यू लॉन्च किया है। कंपनी इसके जरिए 600 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। इस नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर का इंटरेस्ट रेट सालाना 11.19 फीसदी है, जो बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले काफी ज्यादा है। कुल बॉन्ड साइज में 300 करोड़ रुपये का ग्रीन शू ऑप्शन शामिल है। नवी फिनसर्व (Navi Finserv) एक एनबीएफसी है। नवी टेक्नोलॉजीज (Navi Technologies) इसकी पेरेंट कंपनी है। यह इश्यू 26 फरवरी को खुल गया है। इसमें 7 मार्च तक निवेश किया जा सकता है।
11.19 फीसदी इंटरेस्ट कमाने का मौका
क्रिसिल रेटिंग्स ने इस एनसीडी को स्टेबल आउटलुक के साथ स्टेबल रेटिंग दी है। इस इश्यू में अलग-अलग अवधि के लिए निवेश के विकल्प हैं। इनमें 18 महीनों, 27 महीनों और 36 महीनों के एनसीडी शामिल हैं। इनका इंटरेस्ट रेट 10 फीसदी से 11.19 फीसदी के बीच है। कंपनी इस इश्यू से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल ग्राहकों को कर्ज देने, अपने कर्ज चुकाने और दूसरे कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करेगी।
दो साल में तीसरा एनसीडी इश्यू
पिछले दो साल में यह नवी फिनसर्व का तीसरा इश्यू है। पहले इश्यू से कंपनी ने वित्त वर्ष वर्ष 2023 में 495 करोड़ रुपये जुटाए थे। दूसरे इश्यू से उसने 481 करोड़ रुपये जुटाए थे, जो इसी वित्त वर्ष के दौरान आया था। क्रिसिल के मुताबिक नवी फिनसर्व ने अपने बिजनेस का विस्तार किया है। कंपनी का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) भी कम है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "पिछली दो-चार तिमाहियों में एसेट क्वालिटी में इम्प्रूवमेंट आया है।"
नवी फिनसर्व के एनएसीडी की अच्छी मांग
क्रिसिल ने कहा है कि बिजनेस बढ़ने के साथ कंपनी का रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम बेहतर हुआ है। जीईपीएल कैपिटल के हेड (डेट मार्केट्स) दीपक पंजवानी ने कहा है, "यह एनबीएफसी रिटेल लोन के क्षेत्र में है, जो तेजी से बढ़ रहा है। निवेशक इस इश्यू में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि इससे पहले आए नवी फिनसर्व के बॉन्ड इश्यू में अच्छी ट्रेडिंग हो रही है। रिटेल और एचएनआई के बीच इसकी अच्छी मांग है। मैक्सिम मैच्योरिटी 36 महीने है, जो इसे निवेश के लिए अट्रैक्टिव बनाती है।"
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
निवेशक को यह ध्यान में रखना होगा कि नवी फिनसर्व के इस एनसीडी में हाई क्रेडिट रिस्क है, क्योंकि इससे AAA रेटिंग हासिल नहीं है। ट्रिपल ए रेटिंग को सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। इनवेस्टर्स को कम रेटिंग वाले एनसीडी में निवेश करने से बचना चाहिए। इसकी वजह यह है कि इसमें रिस्क ज्यादा होता है। यह भा समझ लेना जरूरी है कि एनसीडी से पैसे निकालना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसकी वजह यह है कि इंडियन डेट मार्केट अभी बहुत बड़ा नहीं है। टैक्स के मसले को भी ध्यान में रखना होगा। एनसीडी से मिले इंटरेस्ट पर टैक्स लगता है। टैक्स का रेट इनवेस्टर के स्लैब के हिसाब से होगा।
यह भी पढ़ें: हेल्थ पॉलिसी खरीदना चाहते हैं? Future Generali-Health Absolute की खास बातें जान लीजिए