म्यूचुअल फंड, एफडी, शेयर बाजार सहित तमाम तरह की निवेश को लेकर लोग अक्सर पूरी तैयारी कर लेते हैं लेकिन अपने सेहत को लेकर लापरवाह हो जाते है। जी सही समझा आपने आज हम बात कर रहें है हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) के बारे में। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी हर व्यक्ति की अहम जरूरत बन चुकी है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के क्यों जरुरी है और इसका फंडा क्या है। आइए Optima Money Managers के MD पकंज मठपाल से समझते है हेल्थ इंश्योरेंस का फंड।
पकंज मठपाल का कहना है कि मेडिकल और सर्जिकल खर्च के लिए हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम किया जाता है। पॉलिसी के हिसाब से हेल्थ कवरेज मिलती है ।हेल्थ इंश्योरेस होने से अस्पताल के खर्चों का बोझ कम होता है। हेल्थ इंश्योरेंस के टाइप की सही जानकारी लें। आप अपनी जरूरत से हिसाब से सही प्लान चुनें और पॉलिसी के लिए सही दस्तावेज दें। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर टैक्स बेनिफिट्स भी मिलता है। साथ ही इसमें प्लान स्विच ऑफ सर्विस की सुविधा भी मिलती है। सुपर टॉप अप के जरिए अतिरिक्त हेल्थ कवर मिलता है। प्रीमियम पर लॉयल्टी डिस्काउंट भी मिलता है।
पकंज मठपाल का कहना है कि सस्ता देखकर कोई भी प्लान ना खरीद लें। ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना बेहतर होता है। अपने पॉलिसी की अलग- अलग प्लान से तुलना करें। पॉलिसी खरीदने से पहले क्लेम सेटलमेंट रेश्यो जरूर देखें। आप ध्यान रखें कि जो पॉलिसी आप खरीद रहें है वह आपके जरूरत के अनुसार हो। पॉलिसी में कैशलेस भुगतान और रिम्बर्समेंट दोनों शामिल हो। अच्छे फीचर और कीमतों को देखकर ही प्लान चुनें। हेल्थ से जुड़ी जरूरी जानकारी इंश्योरेंस कंपनी को दें।
कितने तरह के हेल्थ इंश्योरेंस
मेडिक्लेम इंश्योरेंस, इंडिविजुअल कवरेज, फैमिली फ्लोटर कवरेज , सीनियर सिटीजन कवरेज और ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस इस तरह के हेल्थ इंश्योरेस होते है।
60 साल के ज्यादा के लोगों के लिए बीमा खरीदा जा सकता है। पॉलिसी लेते वक्त मेडिकल चेकअप और बेहतर प्रीमियम का पॉलिसी चुने। सीनियर सिटीजन प्लान में बीमारियों के संबंध में नियम और शर्तें होती है। सीनियर सिटीजन प्लान लेते समय वेटिंग पीरियड की जांच करना जरूरी है।
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस के बारे में बात करते हुए पकंज मठपाल ने कहा कि क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में कई तरफ की बीमारी कवर होती है। इसमें बीमारियों का कवर, बीमा कंपनियों पर निर्भर करता है। लिहाजा पॉलिसी के नियम, शर्तों को पढ़ना जरूरी है। कैंसर, दिल का दौरा, किडनी, डायलिसिस, स्ट्रोक, मेन ऑर्गन ट्रांसप्लांट, ओपन चेस्ट CABG, हार्ट वॉल्व, कोमा, पैरालिसिस, मल्टीपल स्केलेरोसिस क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में आते है।
केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। आयुष्मान भारत योजना 5 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है। सीनियर सिटीजन, महिला, बच्चे को लिए अलग बीमा होता है। इसके तहत कैशलेस/ पेपरलेस इलाज कराने की सुविधा मिलती है। इसमें पुरानी बीमारियों का भी कवर मिलता है। एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर होते है। आयुष्मान भारत योजना में ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च भी शामिल होता है ।
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर 25,000 तक पर टैक्स छूट मिलती है। वहीं सीनियर सिटीजन के लिए 50,000 तक टैक्स छूट मिलती है। इंश्योरेंस पॉलिसी के जरिए अधिकतम `1 लाख तक टैक्स बचा सकते हैं । सेक्शन 80C के तहत `1.5 लाख तक टैक्स छूट मिलती है जबकि सेक्शन 80D के तहत कई प्लान्स पर टैक्स छूट मिलती है।
प्लान स्विच ऑफ सर्विस उन लोगों के लिए बेहतर है जो विदेश यात्रा करने वाले है। प्लान स्विच ऑफ सर्विस के जरिए यात्रा के दौरान इंश्योरेंस को स्विच ऑफ करने की सुविधा मिलती है। प्लान रिन्युअल के समय प्रीमियम पर छूट भी मिलती है।
अगर आपके पास पहले से इंश्योरेंस प्लान है तो आपको टॉप-अप प्लान के जरिए अतिरिक्त कवर मिलता है । कम कीमत में अतिरिक्त कवर मिलता है। कंपनी इसके लिए मेडिकल स्क्रीनिंग नहीं करती है। यह प्लान कॉस्ट डिडक्टिबल लिमिट से कनेक्ट है। यह लिमिट पहले से तय होती है।
टॉप-4 हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
HDFC Ergo Optima Secured , Star Comprehensive Health Insurance, ICICI Lombard Health Insurance और AB Activ Health Platinum Enhanced टॉप-4 हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है।