Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार की ओर से कई स्माल सेविंग स्कीम्स (Small Saving Schemes) चला रही है। ये योजनाएं उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं जो थोड़ा-थोड़ा पैसे निवेश करके भविष्य के लिए अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं। अगर आप भी अपनी बेटी की शादी या हाएर एजुकेशन के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana – SSY) में निवेश करना बेहतर साबित हो सकता है। मौजूदा समय में केंद्र सरकार की ओर से जनवरी से मार्च तिमाही के लिए इस स्कीम पर मिलने वाला ब्याज 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.2 फीसदी कर दिया गया है।
इस योजना के तहत आप 10 सा लकी बेटी का बैंक या डाकघर में अकाउंट खुलवा सकते हैं। SSY में सालाना के आधार पर आप 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इस योजना के तहत जमा राशि पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80 C के तहत छूट भी मिलती है।
200 फीसदी से ज्यादा रिटर्न
सुकन्या समृद्धि योजना अब सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्मॉल सेविंग्स स्कीम बन गई है। इसमें मिलने वाला ब्याज 8.2 फीसदी सालाना है। इस स्कीम में 3 गुना से ज्यादा रिटर्न मिलने की गारंटी है। अगर स्कीम में हर साल 1.50 लाख रुपये निवेश किए जाएं तो इसमें मैच्योरिटी पर 70 लाख रुपये का फंड जुटाया जा सकता है, जो आपके निवेश का 3 गुना से अधिक है। इस योजना के तहत कम से कम 250 रुपये और अधिक से अधिक 1.50 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना में बेटियों की उम्र 10 साल पूरी होने से पहले खाता खुलवाया जा सकता है। परिवार की अधिकतम दो बेटियों का खाता इस स्कीम में खुलवाया जा सकता है। इस स्कीम में किए गए निवेश से आप बेटी की शादी हाएर एजुकेशन के लिए फंड तैयार कर सकते हैं।
टैक्स का भी मिलता है फायदा
सुकन्या समृद्धि योजना टैक्स फ्री स्कीम है। इस पर EEE यानी तीन अलग-अलग स्तर पर टैक्स छूट मिलता है। पहला इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.50 लाख तक सालाना निवेश पर छूट। दूसरा इससे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स नहीं लगता। तीसरा मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री है।
सुकन्या समृद्धि योजना में कब निकाल सकते हैं पैसे?
इस योजना का लॉक-इन पीरियड 21 साल है। यानी यह योजना 21 साल में मेच्योर होगी। ऐसे में मेच्योरिटी से पहले आप पैसे नहीं निकाल सकते हैं। अगर इस बीच आप पैसे निकालते हैं तो आपका बड़ा नुकसान हो सकता है। हालांकि बेटी की उम्र 18 साल होने पर एजुकेशन के लिए 50 फीसदी रकम निकाल सकते हैं। वहीं अकाउंट होल्डर्स की अचानक मौत होने पर मेच्योरिटी से पहले पैसे निकाल सकते हैं।
इसके बाद सारा पैसा तभी निकाला जा सकता है जब वो 21 साल की उम्र की होगी। इस योजना की खासियत ये है कि आपको पूरे 21 साल तक पैसे नहीं जमा करना होता है। अकाउंट खोलने से लेकर 15 साल तक ही पैसे जमा किए जा सकते हैं।