Hybrid Mutual Fund : हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। पिछले सात माह में निवेशकों ने इन स्कीम्स में 72,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। डेट फंड्स के लिए टैक्सेशन में बदलाव और आर्बिट्रेज कैटेगरी में भारी निवेश से इन स्कीम्स को बढ़ावा मिला। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम आमतौर पर इक्विटी और डेट सिक्योरिटीज में और कभी-कभी सोने जैसी अन्य एसेट कैटेगरी में भी निवेश करती हैं।
टैक्सेशन में बदलाव से बढ़ा निवेश
इसी महीने डेट फंड्स के लिए टैक्सेशन में बदलाव के बाद अप्रैल से यह कैटेगरी रेगुलर निवेश आकर्षित कर रही है। इससे पहले, मार्च में इस सेगमेंट में 12,372 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी। भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (Amfi) के ताजा आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में हाइब्रिड स्कीम्स में 9,907 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। अप्रैल-सितंबर में इस कैटेगरी ने 62,174 करोड़ रुपये आकर्षित किए थे।
इसके साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में कुल निवेश 72,081 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। आंकड़ों से पता चलता है कि इन 72,081 करोड़ रुपये में सबसे अधिक 48,978 करोड़ रुपये आब्रिट्रेज कैटेगरी में डाले गए।
मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों की है पसंद
हाइब्रिड फंड्स मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों की पसंद हैं। ये फंड अच्छे निवेश विकल्प हैं क्योंकि ये इक्विटी बाजारों में भाग लेने से जुड़ी अस्थिरता को कम करते हैं और साथ ही निश्चित आय बाजार में स्थिरता प्रदान करते हैं।
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि डेट फंडों के लिए टैक्सेशन में बदलाव के बाद निवेशक अपनी निश्चित आय का एक हिस्सा हाइब्रिड फंडों के माध्यम से निवेश करना चाह रहे हैं। 1 अप्रैल से लागू हुए नए नियमों के तहत तीन साल से अधिक समय तक रखे गए डेट म्यूचुअल फंडों को अब इंडेक्सेशन लाभ नहीं मिलेगा।