Cyber Insurance: डिजिटल के इस युग में साइबर इंश्योरेंस है बेहद जरूरी है, जानिए क्या हैं इसके फायदे

Cyber Insurance: डिजिटल दुनिया में बढ़ते साइबर क्राइम के खतरों को कम करने के लिए साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी को लाया गया है। ऐसे में साइबर इंश्योरेंस का रोल बढ़ गया है। साइबर इंश्योरेंस नेटवर्क आधारित घटना के कारण होने वाले किसी भी नुकसान से बचाने के लिए इंश्योरर और एक कंपनी के बीच कॅान्ट्रेक्ट है

अपडेटेड Nov 21, 2023 पर 12:34 PM
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Cyber Insurance: भारत साइबर क्राइम से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है।

Cyber Insurance: इन दिनों डिजिटल की दुनिया तेजी से बढ़ रही है। बहुत से लोग अपना कामकाज ऑनलाइन करने की कोशिश करते हैं। किसी को पैसे भेजना हो या इनकम टैक्स भरना हो इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। इसी का फायदा कई साइबर ठग उठाते हैं। ठगी करने वाले लोग असली सा दिखने वाला नकली मैसेज भेजकर लाखों की ठगी कर लेते हैं। कई बार देखा गया है कि लोग जालसाजों के चक्कर में आकर अपनी जीवनभर की कमाई गवां देते हैं। ऐसे में इस तरह के साइबर फ्रॉड से अपनी जीवन भर की कमाई को सेफ रखने का एक तरीका इंश्योरेंस है।

दरअसल, भारत साइबर क्राइम से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। लिहाजा साइबर इंश्योरेंस का रोल बढ़ गया है। साइबर इंश्योरेंस नेटवर्क आधारित घटना के कारण होने वाले किसी भी नुकसान से बचाने के लिए इंश्योरर और एक कंपनी के बीच कॉन्ट्रैक्ट है।

साइबर इंश्योरेंस लेना है बेहद जरूरी


साइबर क्राइम (cyber crime) से बचाव और नुकसान की भरपाई में साइबर इंश्‍योरेंस (Cyber Insurance) बहुत काम आता है। यही वजह है कि आज हेल्‍थ और लाइफ इंश्‍योरेंस के साथ ही साइबर इंश्‍योरेंस लेना भी बहुत जरूरी हो गया है। इस बीमा पॉलिसी में पॉलिसी धारक को कई तरह के साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर दिया जाता है। अगर आपके पास साइबर इंश्‍योरेंस होगा तो आपके खून पसीने की कमाई की भरपाई कर सकते हैं। बैंक अकाउंट, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या आपके ई-वॉलेट (e-wallet) से धोखाधड़ी से ऑनलाइन खरीदारी (Online Shopping) कर लेता है तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी करती है। फिशिंग और ईमेल स्पूफिंग जैसे साइबर क्राइम से हुए नुकसान की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है। साइबर इंश्‍योरेंस आपको किसी भी साइबर फ्रॉड, डेटा चोरी, साइबर अटैक, रैंसमवेयर हमले और ब्लैकमेलिंग से वसूली की स्थिति में फाइनेंशियल खतरे को कम करता है।

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डेटा प्रोटेक्शन बिल में है साइबर इंश्योरेंस का प्रावधान

दरअसल, केंद्र सरकार ने डिजिटल डेटा की सेफ्टी को जरूरी माना है। डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2022 का ड्रॉफ्ट जारी किया गया है। इसमें डिजिटल पर्सनल डेटा की सेफ्टी के लिए जरूरी कदम उठाने के प्रावधान हैं। साइबर इंश्योरेंस साइबर खतरों से सेफ्टी कवर मुहैया कराता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून 2022 तक भारत में 6.7 लाख से ज्यादा साइबर सेफ्टी के मामले दर्ज किए गए हैं।

साइबर इंश्योरेंस लेते समय इन बातों का रखें ध्यान

साइबर इंश्‍योरेंस लेते वक्‍त कंपनी की ओर से दिए जा रहे प्‍लान को अच्‍छी तरह समझ लेना चाहिए। पता होना चाहिए कि पॉलिसी में क्‍या-क्‍या कवर दिया गया है। आमतौर पर साइबर इंश्‍योरेंस पॉलिसी 10 से 15 तरह के साइबर खतरों से सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। आपको ज्‍यादा लिमिट की जरूररत होगी। बीमा कंपनियां 50 हजार रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का कवरेज पेश करती हैं।

Jitendra Singh

Jitendra Singh

First Published: Nov 21, 2023 12:27 PM

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