AB-PMJAY: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat-Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana -AB-PMJAY) ने 30 करोड़ आयुष्मान कार्ड का आंकड़ा पार कर लिया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। इस योजना को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (National Health Authority - NHA) की ओर से चलाया जा रहा है। इस योजना का लक्ष्य 12 करोड़ लाभार्थी परिवारों को अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रुपये प्रति परिवार का स्वास्थ्य कवर मुहैया कराना है। यह केंद्र सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस योजना का फायदा उठाने में उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा है। सूबे में 4.83 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। जो कि देश में टॉप पर है। सबसे ज्यादा इसी राज्य में आयुष्मान कार्ड बने हैं। इसके बाद मध्य प्रदेश 3.78 करोड़ और महाराष्ट्र 2.39 करोड़ कार्ड बने हैं। 12 जनवरी तक 11 राज्यों में राज्यों में एक करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्डहोल्डर्स हैं।
हर परिवार का हर साल का 5 लाख का बीमा
इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर 2018 को की थी। योजना के तहत हर परिवार को हर साल 5 लाख रुपये का बीमा दिया जाता है। ताकि कम आय वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। लाभार्थियों में 49 फीसदी महिलाएं हैं। उनके पास 14.6 करोड़ आयुष्मान कार्ड हैं। जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, योजना के तहत किए गए कुल इलाज में 48 फीसदी महिला लाभार्थियों को फायदा मिला है। सरकार की ओर से मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 2 सालों के दौरान 16.7 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया कि वर्ष 2023-24 के दौरान 7.5 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए यानी हर मिनट करीब 181 आयुष्मान कार्ड जारी किए गए।
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 'आयुष्मान ऐप' की शुरुआत
एनएचए ने आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 'आयुष्मान ऐप' की शुरुआत की है। 13 सितंबर 2023 को शुरुआत होने के बाद से इस ऐप को 52 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। मंत्रालय ने कहा कि अब तक महिलाओं के लगभग 14.6 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। योजना के तहत 6.2 करोड़ से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा दी गई है। जिस पर 79,157 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आया।