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Home Loan: क्या NBFC और बैंक डिसबर्स्ड अमाउंट की जगह सैंक्शंड अमाउंट पर इंटरेस्ट वसूलते हैं?

Home Loan: अगर आप सैंक्शंड होम लोन अमाउंट से कम अमाउंट का लोन लेना चाहते हैं तो आपको इस बारे में बैंक को बताना होगा। आपको अपनी EMI कैलकुलेशन को भी ध्यान से देखना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि कुछ बैंक डिसबर्स्ड अमाउंट की जगह सैंक्शंड अमाउंट पर EMI का कैलकुलेशन करते हैं

अपडेटेड Feb 29, 2024 पर 10:41 AM
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आम तौर पर एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा और होम फर्स्ट फाइनेंस जैसे बैंक और एनबीएफसी डिसबर्स किए गए अमाउंट पर इंटरेस्ट लगाती हैं।

Home Loan: अहमदाबाद के 35 साल के अकाउंट्स एग्जिक्यूटिव सुमीत दलाल ने जब एक प्राइवेट बैंक में होम लोन के लिए अप्लाई किया तो इंटरेस्ट रेट के कैलकुलेशन प्रोसेस को देखकर वह चौंक गए। दलाल को 75 लाख रुपये का लोन सैंक्शन हुआ था। लेकिन, उन्होंने बैंक से सिर्फ 60 रुपये का डिसइंबर्समेंट लिया। उन्हें उम्मीद थी कि बैंक सिर्फ 60 लाख रुपये पर इंटरेस्ट लगाएगा। दलाल बताते हैं कि इसकी जगह बैंक ने सैंक्शंड कुल 75 लाख रुपये के लोन पर इंटरेस्ट लगाया। ब्रांच मैनेजर से शिकायत करने के बाद बैंक ने दोबारा कैलकुलेशन किया और डिसबर्समेंट अमाउंट पर EMI का कैलकुलेशन किया। ऐसे कई मामले में हैं, जिनमें बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस सैंक्शंड अमाउंट पर इंटरेस्ट लगाते हैं।

होम लोन का सैंक्शन लेटर क्या है?

बैंक यह लेटर ग्राहक को भेजता है। इसके जरिए उसे लोन के एप्रूवल, सैंक्शंड अमाउंट, लोन की शर्तें आदि की जानकारी होती है। ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, इनकम के सोर्स, खरीदी जाने वाली प्रॉपर्टी के वेरिफिकेशन आदि के बाद यह लेटर भेजा जाता है। आम तौर पर सैंक्शन लेटर एक हफ्ते में ग्राहक को भेज दिया जाता है। कुछ बैंक इसमें सिर्फ 48 घंटे का समय लगाते हैं।

बैंक ने मुझे एक करोड़ रुपये का होम लोन सैंक्शन किया है। क्या मैं इससे कम अमाउंट का लोन ले सकता हूं?


आप कम अमाउंट का लोन ले सकते हैं। जब बैंक एक खास अमाउंट का होम लोन सैंक्शन करता है तो वह उम्मीद करता है कि ग्राहक पूरे अमाउंट का लोन लेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोई ग्राहक कम अमाउंट का लोन लेना चाहता है तो उसे इस बारे में डिस्बर्समेंट से पहले बैंक को बताना जरूरी है। इससे बैंक को सैंक्शन ऑर्डर, डॉक्युमेंटेशन और लोन अमाउंट में बदलाव करने का समय मिल जाता है।

लोन डिस्बर्समेंट प्रोसेस क्या है?

सैंक्शन होने के बाद बैंक या NBFC लोन का पैसा सीधे प्रॉपर्टी बेचने वाले या बिल्डर के अकाउंट में डाल देती है। अगर ग्राहक ने बिल्डर को अपने पास से पैसा चुका दिया है तो बैंक इसका सबूत मिलने के बाद ग्राहक के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर सकता है।

अगर मैं सैंक्शंड अमाउंट से कम लोन ले रहा हूं तो बैंक सैंक्शंड अमाउंट पर इंटरेस्ट लेगा या डिसबर्स किए गए अमाउंट पर?

आम तौर पर एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा और होम फर्स्ट फाइनेंस जैसे बैंक और एनबीएफसी डिसबर्स किए गए अमाउंट पर इंटरेस्ट लगाती हैं। लेकिन, कुछ ऐसे बैंक हैं जो सैंक्शंड अमाउंट पर इंटरेस्ट लगाते हैं। फेडरल बैंक इसका उदाहरण है। अगर कोई ग्राहक 80 फीसदी अमाउंट बतौर लोन लेता है तो ईएमआई का कैलकुलेशन कुल सैंक्शंड अमाउंट पर किया जाता है।

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