घर का मालिक बनने के वह दिन अब चले गए हैं, जब सोचते थे कि रिटायरमेंट पर घर खरीदेंगे। रिटायरमेंट का पैसा मिलने पर लोग घर खरीदते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। आज घर खरीदने वाले की औसत उम्र 30 साल है, खासकर उन लोगों के लिए जो 1 करोड़ रुपये से कम कीमत वाले घरों पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, 40 साल से अधिक आयु के लोग धीरे-धीरे हाई केटगेरी के घर खरीदने पर भी फोकस कर रहे हैं जिनकी कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
जो लोग पहली बार घर या फ्लैट खरीदना चाह रहे हैं, उनके लिए यह एक कठिन काम होता है क्योंकि इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। लेकिन यह उतना मुश्किल नहीं है। हम यहां आपको कुछ मानदंडों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आपको नए घर में निवेश करते समय ध्यान में रखना चाहिए। कहने की जरूरत नहीं है कि किसी भी सोसाइटी में फ्लैट खरीदने से पहले आपका बजट सबसे जरूरी और बड़ा कारण होता है। यह तय करने के लिए कि आपको अपने पैसे का सही मूल्य मिल रहा है तो इन बातों का ध्यान रखें।
यह देखना महत्वपूर्ण है कि आपका नया फ्लैट या अपार्टमेंट आसपास के एरिया से कितना एक्सेसिबल है। आपका ऑफिस, बच्चों का स्कूल, अस्पताल, स्थानीय बाजार और ऐसी सभी चीजों से कितनी दूरी है जिसका ध्यान रखना जरूरी है।
कई सोसाइटी क्लब हाउस, स्विमिंग पूल, पार्किंग सर्विस और गैराज जैसी सर्विस मिल रही है या नहीं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से घर चुनें।
आपके परिवार की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। आपको यह तय करना चाहिए कि जिस एरिया में आप घर खरीद रहे हैं वह रहने के लिए सुरक्षित है। ऐसे इलाकें में घर खरीदने का प्रयास करें जहां बदमाशों की रिपोर्ट कम हो। साथ ही यह भी जानकारी लें कि कॉलोनी में सुरक्षा व्यवस्था (पेट्रोलिंग गार्ड) है या नहीं।
जिस एरिया में आप मकान/फ्लैट खरीदने जा रहे हैं उसका भविष्य क्या होगा? क्या भविष्य में और विकास की गुंजाइश है? घर खरीदते समय यह भी एक महत्वपूर्ण कारक है।
यदि भविष्य में कभी आप फ्लैट बेचना चाहते हैं, तो आपको यह ध्यान में रखना चाहिए कि आपको अच्छा रीसेल वैल्यू मिले। रियल एस्टेट एक्सपर्ट आने वाले कुछ सालों में आपके फ्लैट के मार्केट वैल्यू की कैलकुलेशन करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।