MCLR Rate: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स लेंडिंग रेट (MCLR) बढ़ा दी है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने सभी तरह के लोन पर एमसीएलआर में 10-15 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सभी पीरियड के लोन पर 30 बीपीएस 0.30 फीसदी की दर से बढ़ोतरी की है। MCLR के बढ़ने से मौजूदा कर्जदारों के साथ-साथ नए कर्जदारों के लिए भी ईएमआई बढ़ जाएगी। यानी, अब बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से होम लोन, कार लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों को झटका लगने वाला है। ग्राहकों की हर महीने की EMI जल्द बढ़ने वाली है।
RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद महंगे हो रहे हैं लोन
दोनों बैंक ने यह कदम तब उठाया है जब आरबीआई मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख ब्याज दरों यानी रेपो रेट में बढ़ोतरी कर रहा है। आरबीआई ने इस साल मई से अब तक 190 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। मई में केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए रेपो दर में बढ़ोतरी करने के लिए अपनी ऑफ-साइकिल मौद्रिक नीति समीक्षा की। समीक्षा के बाद RBI ने इसमें 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी।
बैंक ऑफ बड़ौदा की नई MCLR दरें
बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के मुताबिक बैंक बेंचमार्क का एक साल का MCLR अब 7.95 फीसदी से बढ़कर 8.05 फीसदी कर दिया है। ये नई दरें 12 नवंबर से लागू होंगी। बैंक ने ओवरनाइट एमसीएलआर को 15 बीपीएस बढ़ाकर 7.25 फीसदी कर दिया गया है। एक महीने की MCLR 7.60 फीसदी से बढ़कर 7.70 फीसदी हो गया है। तीन महीने और छह महीने का एमसीएलआर क्रमशः 10 बीपीएस प्रतिशत बढ़कर 7.75 प्रतिशत और 7.95 प्रतिशत हो गया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की दरें
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का ओवरनाइट रेट एमसीएलआर अब 7.15 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी हो गया है। इसकी एक महीने, तीन महीने और छह महीने की दरें अब क्रमशः 7.60 प्रतिशत, 7.80 प्रतिशत और 8 प्रतिशत हैं। एक साल का एमसीएलआर, दो साल का एमसीएलआर और तीन साल का एमसीएलआर क्रमश: 8.20 फीसदी, 8.40 फीसदी और 8.55 फीसदी हो गया है है। ये नई दरें अभी 11 नवंबर 2022 से 10 दिसंबर 2022 तक लागू रहेंगी।