2023 में भारत में बड़ी संख्या में स्मॉल और मिड साइज की कंपनियों की लिस्टिग देखने को मिल सकती है। 2022 में कुछ बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के आईपीओ के फेल होने के बाद निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। ऐसे में आईपीओ बाजार के लिहाज से अगला साल छोटी-मझोली कंपनियों के नाम रह सकता है। भारत की की बड़ी स्टार्ट अप्स का वैल्यू में उनकी लिस्टिंग के बाद से काफी गिरावट देखने को मिली है। दुनियाभर में बढ़ती ब्याज दरों के कारण आगे टेक्नोलॉजी स्टॉक्स पर दबाव कायम रहने की उम्मीद है। इस स्टॉक में प्री-आईपीओ इंवेस्टरों के लिए लागू लॉक-इन के खतम होने के बाद और गिरावट आई है।