मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। लेकिन, चुनावी नतीजे इस बात के सबूत हैं कि 18 साल तक शासन के बावजूद मध्य प्रदेश के मतदाताओं खासकर महिला वोटर्स के बीच सिंह की लोकप्रियता कम नहीं हुई है। इस जीत ने चुनावों से पहले चल रही उन चर्चाओं को झूठा साबित कर दिया है कि राज्य के मतदाता एक ही मुख्यमंत्री को देख-देख कर थक चुके हैं। उनकी जीत ने भाजपा के लिए एक चुनौती खड़ी कर दी है। क्या भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उन्हें रिकॉर्ड पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने का मौका देगा या नहीं।