अयोध्या (Ayodhya) के लिए मास्टरप्लान बनाने वाले कंसोर्शियम में दिक्षु कुकरेजा (Dikshu Kukreja) शामिल थे। उन्होंने मनीकंट्रोल से बातचीत में अयोध्या और इसके मास्टरप्लान के बारे में कई बातें बताईं। उनकी आर्किटेक्चर फर्म का नाम सीपी कुकरेजा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या सभी भारतीय शहरों के सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए मॉडल होगा। अयोध्या में ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। एनर्जी के लिए सोलर पावर का जितना इस्तेमाल किया गया है, उतना इंडिया में पहले कभी नहीं किया गया। सरयू नदी और 108 कुंडों को पुनर्जीवित करने की कोशिश की गई है। जल प्रबंधन के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया गया है। शहर में स्वच्छ हवा के लिए हरित क्षेत्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का जोर अयोध्या को न सिर्फ सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बल्कि वैश्विक अध्यात्मिक केंद्र बनाने पर था।