जब भी कभी मुख्यमंत्री चुनने की बात आती है, तो नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृ्त्व वाली 'नई BJP' इन आदर्श वाक्यों पर चलती है- 'सीक्रेसी और सरप्राइज'। इस प्रक्रिया के दौरान मुख्यमंत्री पद के संभावित लोग चुप्पी साध लेते हैं, ताकि वे अपने समीकरण न बिगाड़ बैठें। कोई पैरवी या ताकत का प्रदर्शन या दबाव काम नहीं करता है। 'सही निर्णय' लेने को इस बात से प्राथमिकता दी जाती है कि किसी एक को पद पर बैठाने में कितना समय लगता है। इसके अलावा, BJP में केवल टॉप तीन - नरेंद्र मोदी, अमित शाह (Amit Shah) और जेपी नड्डा (JP Nadda) - ही जानते हैं कि अंतिम पसंद कौन होगा।