प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 नवंबर की कांकेर रैली से कुछ ही घंटों पहले नक्सलियों ने मोरखानदी के तीन ग्रामीणों का अपहरण करने के बाद उनकी हत्या कर दी। इस घटना को इस बार के चुनावों के दौरान पहले नक्सली हमले के रूप में देखा जा रहा है। बताया जाता है कि नक्सलियों को तीनों के पुलिस के मुखबीर होने का संदेह था। इस बीच, केंद्रीय सुरक्षा बलों को नक्सली साहित्य और कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनसे पता चलता है कि नक्सली फिर से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उस इलाके में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रह हैं, जिसे MMC बेल्ट कहा जाता है। यह छत्तीसगढ़ के दक्षिण-पश्चिम में है। इसे वे अपना विस्तार इलाका होने का दावा करते हैं। बस्तर इलाके में काम कर चुके सीआरपीएफ के सीनियर अफसर ने बताया कि इस इलाके में बीजापुर, सुकमा के कुछ हिस्से, नारायणपुर, कांकेर और राजनंदगांव के कुछ हिस्से आते हैं। यह इलाक अब भी नक्सलियों के आजाद इलाके के रूप में देखा जाता है।