Get App

Chhattisgarh CM Oath Ceremony: विष्णु देव साय बने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, अरुण साव और विजय शर्मा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

Chhattisgarh CM Oath Ceremony: नए मंत्रिमंडल में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रभावशाली साहू (तेली) ओबीसी समुदाय से आने वाले प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। वकील से नेता बने साव विवादों से दूर रहे हैं और उन्हें एक तटस्थ नेता के रूप में देखा जाता है, जो प्रदेश बीजेपी के किसी भी खेमे से नहीं आते हैं

Akhileshअपडेटेड Dec 13, 2023 पर 4:24 PM
Chhattisgarh CM Oath Ceremony: विष्णु देव साय बने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, अरुण साव और विजय शर्मा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ
Chhattisgarh CM Oath Ceremony: राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया

Chhattisgarh CM Oath Ceremony: छत्तीसगढ़ में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) और दो उप-मुख्यमंत्रियों अरुण साव (Arun Sao) और विजय शर्मा (Vijay Sharma) को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित BJP के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। भव्य समारोह में राज्यपाल ने विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।

शपथ लेते ही साय को राज्यपाल एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। मुख्यमंत्री देव साय ने शपथ लेते हुए मंच पर मौजूद नेताओं और अन्य लोगों के प्रति आभार जताया। वहीं दो उप-मुख्मयंत्री पद की अरुण साव और विजय शर्माअरुण साव और विजय शर्मा ने शपथ ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके आदिवासी नेता 59 वर्षीय साय को नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना।

अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं

बीजेपी सूत्रों ने बताया कि नई मंत्रिपरिषद में नए चेहरों और पुराने नेताओं का मिश्रण हो सकता है। नियम के मुताबिक, छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ आर. कृष्ण दास ने कहा कि हाल के चुनाव में भाजपा से कई नए चेहरे चुने गए हैं, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि पुराने लोगों को मंत्रिमंडल में जगह पक्की करना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा कि पांच साल बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता में लौटी बीजेपी को मंत्रियों को चुनते समय सामाजिक समीकरण को भी ध्यान में रखना होगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें