Ram Mandir: 'गाथा श्रीराम मंदिर की' संगीत के जरिए समझाया जाएगा, राम मंदिर के 500 सालों का इतिहास
कनक भवन- इस भवन में भगवान राम और माता सीता की बेहद की सुंदर मूर्ति है। कनक का मतलब सोना होता है इसलिए इसे “सोने का घर” भी कहा जाता है। मूर्तियों के सिर पर सोने का ताज है। इन प्रतिमाओं की महीन नक्काशी और उसके अलावा भवन का संगीतमय माहौल श्रद्धालुओं को बेहद पसंद आता है।
हनुमान गढ़ी- ये मंदिर एक पहाड़ पर स्थित है जिसे अवध के नवाब ने बनाया था। मंदिर में हनुमान के दर्शन के लिए आपको 76 सीढ़ियां चढ़नी होंगी। मंदिर में भगवान राम की 6 इंच की मूर्ति और हनुमान की मां अंजनी के साथ भी मूर्ति विराजमान है।
त्रेता के ठाकुर- ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने इस स्थान पर अश्वगंधा यज्ञ किया था। मंदिर में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न आदि की मूर्तियां हैं। एक काले पत्थर से बनाई गई असली मूर्तियों को भी यहां सहेज कर रखा गया है।
सीता की रसोई - राम जन्मस्थान के उत्तर-पश्चिमी पर सीता की रसोई है। मंदिर है को रसोई में तब्दील किया गया है। मंदिर के एक हिस्से में भगवान राम व उनके भाइयों व उनकी पत्नियों की जोड़े में मूर्तियां स्थापित की गई हैं।
राजा मंदिर- सरयू नदी के तट पर ये सुंदर मंदिर स्थित है। मंदिर में बहुत से देवी-देवताओं की मूर्तियों के दर्शन आप कर सकते हैं। यहां आकर आप सभी देवताओं की भक्ति में लीन हो जाएंगे।