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Mutual Fund Industry का AUM 2030 तक हो जाएगा 100 लाख करोड़ रुपये, छोटे आकार के SIP से मिलेगी रफ्तार

Mutual Fund: रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संख्या बचत में वृद्धि के साथ खुदरा भागीदारी से प्रेरित होगी 2023-30 में 11 प्रतिशत सीएजीआर की नाममात्र जीडीपी वृद्धि दर मानते हुए, रिपोर्ट में 2030 तक घरेलू बचत समान गति से बढ़ने की उम्मीद है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 23, 2024 पर 8:12 PM
Mutual Fund Industry का AUM 2030 तक हो जाएगा 100 लाख करोड़ रुपये, छोटे आकार के SIP से मिलेगी रफ्तार
भारत में MF की पैठ सकल घरेलू उत्पाद का केवल 15 प्रतिशत है

Mutual Fund: देश में इंवेस्टमेंट के कई माध्यम मौजूद हैं, इनमें म्यूचुअल फंड भी शामिल है। म्यूचुअल फंड में लोग एसआईपी के माध्यम से इंवेस्टमेंट कर सकते हैं। वहीं अब म्यूचुअल फंड को लेकर अहम रिपोर्ट भी सामने आई है। भारतीय म्यूचुअल फंड (MF) इंडस्ट्री की चार साल में प्रबंधन के तहत अपनी संपत्ति (AUM) दोगुनी कर दिसंबर में 50 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। अगर एक्सिस कैपिटल की रिपोर्ट पर गौर करें तो यह संख्या 2030 तक दोगुनी हो सकती है। 23 फरवरी को जारी 100 ट्रिलियन रिपोर्ट पर समापन करते हुए कहा गया कि उद्योग एयूएम 2030 तक दोगुना होकर 100 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 14 प्रतिशत है।

बचत में वृद्धि

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संख्या बचत में वृद्धि के साथ खुदरा भागीदारी से प्रेरित होगी। 2023-30 में 11 प्रतिशत सीएजीआर की नाममात्र जीडीपी वृद्धि दर मानते हुए, रिपोर्ट में 2030 तक घरेलू बचत समान गति से बढ़ने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2016 में एमएफ में खुदरा भागीदारी 45 प्रतिशत से बढ़कर 60 प्रतिशत हो गई है, जिसमें डिजिटलीकरण स्पष्ट रूप से निवेशकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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